न्यूज खबरदार । देहरादून
धामी मंत्रिमंडल का इसी महीने हो सकता है विस्तार ! ये विधायक भी बन सकती है मंत्री !
धामी मंत्रिमंडल में इसी महीने हो सकता है विस्तार ! प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफा के बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हलचल हुई तेज ।
पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विधान सभा के भीतर पहाड़ के लोगों को लेकर दिए गए बयान के 25 दिन बाद आखिरकार रविवार को प्रेमचंद अग्रवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया उसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिल्ली दौरे पर जाने से अब उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं भी तेज हो गई है। गौरतलब है कि प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे से पहले धामी कैबिनेट में चार मंत्री पद खाली चल रहे थे
और अब प्रेम चंद अग्रवाल के इस्तीफा के बाद धामी कैबिनेट में अब रिक्त पदों की संख्या 5 हो गई है जिनपर कयास लगाए जा रहे हैं हर किसी के पास खाली मंत्रीपदों को भरने को लेकर अपने अपने समीकरण हैं, लेकिन सब जानते हैं कि बीजेपी अक्कसर अपने फैसलों से सबको चौंकाती रही है, पूर्व में बीजेपी देशभर में कई चौंकाने वाले फैसले ले चुकी है, चर्चा है कि इसी महीने कुछ दिनों के भीतर धामी मंत्रिमंडल में बड़ा विस्तार और फेरबदल हो सकता है, जिसको लेकर दिल्ली में बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है। चर्चा इस बात की भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केदारनाथ से जिस तरह का लगाव रहा है, उसको देखकर लगता है कि केदारनाथ विधानसभा सीट से तीसरी बार विधायक बनी आशा नौटियाल को भी पार्टी मंत्री पद से नवाजा जा सकता है, वही उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के साथ ही जातीय समीकरणों को भी साधने के लिए भी मंत्रिमंडल के में विस्तार किया जा सकता है जिससे संभावना साफ बनती है कि गढ़वाल के तीन और कुमाऊं के दो विधायकों को मंत्री पद दिया जा सकता है। हलांकि मंत्री पद मिलने को लेकर विधायकों का खुलेतौर पर कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व और पार्टी संगठन जो जिम्मेंदारी उन्हें देता है उसे वह बखूबी निभाते हैं और अगर उन पर संगठन भरोसा करता है तो नई जिम्मेदारी के लिए भी वह तैयार हैं। लेकिन अंदर खाने सभी अपने समीकरणों और बरिष्ठ नेताओं से मिलकर अपने लिए लौबिग करने में जुट गए हैं सभी जानते हैं कि अगर इस बार मौका चूकने का मतलब फिर 2027 तक का लम्बा इंतजार इसलिए मंत्रीपद के दावेदार सभी विधायक अपनी कुर्सी पक्की करने की जुगत में लगे हुए हैं।
गौरकरने वाली बात ये भी है कि आजकल अचानक कई मंत्री और विधायक हरिद्वार में अक्कसर देखे जा रहे वहां संघ के करीबी माने जाने वाले शंकराचार्य से मुलाकातों का दौर जारी है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कुछ अपने लिए मंत्री पद की सिफारिश करने तो कुछ अपनी कुर्सी की सलामती के लिए पूरी कोशिश मे लगे हुए हैं।
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