प्राकृतिक आपदाओं को कोई रोक तो नही सकता है, परन्तु इसके जोखिम को कम जरूर किया जा सकता है। इसी ध्येय के साथ अन्तराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस पर जिला मुख्यालय में स्कूली छात्रों ने रैली निकालकर आपदाओं से होने वाली क्षति को कम करने के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। गौरतलब है कि चमोली जनपद भूंकप की दृष्टि से अंति संवेदनशील जोन-5 में है। इसके अलावा यहाॅ पर बरसात में बादल फटने, भूस्खलन, हिमस्खलन तथा वनाग्नि की घटनाओं से हर साल सैकड़ों लोग प्रभावित होते है।
अन्तराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस पर जीआईसी गोपेश्वर के एनएसएस व एनसीसी छात्रों ने गोपेश्वर नगर क्षेत्र में रैली निकालकर लोगों को भूंकपरोधी भवन निर्माण, भूस्खलन को रोकने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण करने, नदी नालों से उचित दूरी पर रहते हुए आपदाओं के प्रति संचेत रहने हेतु जागरूक किया गया और आम जनमानस से आपदाओं के न्यूनीकरण हेतु आवश्यक उपाय किए जाने का आवाहन भी किया। इस दौरान एनएसएस व एनसीसी के छात्रों ने जीआईसी गोपेश्वर में मानव श्रृंखला के माध्यम से भारत का मानचित्र बनाकर लोगों को आपदाओं के प्रति संवेदनशील रहने का संदेश भी दिया गया।
अन्तराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस पर आयोजित रैली में जीआईसी के प्रधानाचार्य डीएस कंडेरी, एनसीसी के केप्टेन कुंवर सिंह रावत, रूद्रा रिसर्च डेवलपमेंट फाउंडेशन के सचिव डीपी शैली, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी एनके जोशी, आशुतोष पंत आदि सहित जीआइसी गोपेश्वर के एनएसएस व एनसीसी के छात्र शामिल थे।