मित्रो नमस्कार,
आज सबसे पहले मैं सीमान्त क्षेत्र के दूरस्थ गॉव रैणी व जोगजू के ग्रामीणों को तहदिल से प्रणाम व नमन करना चाहता हूं , जिन्होंने कल 16 मार्च को अपने बुलंद हौसले व एकजुटता के साथ धौली गंगा के ऊपर पैदल पुल का निर्माण किया। आपको बता दे कि बीते 7 फरवरी 2021 को लगभग सुबह के 10 बजे ऋषिगंगा में आये भीषण आपदा से रैणी व तपोवन मे कई लोगो को अपनी जान गवानी पड़ी,औऱ इसी आपदा के कारण रैणी से जोगजू गॉव व मां भगवती के मंदिर तक पहुँचने का जो धौली गंगा के ऊपर एक मात्र पैदल पुल था वह पुल आपदा के चपेट मे आने के कारण बह गया था जिससे जोगजू गॉव मुख्य सड़क के सम्पर्क मार्ग से कट गया था ग्रामीणों को अपनी रोजमर्रा व दैनिक कार्यो के लिए मुख्य सड़क तक पहुँचने मे जोखिम भरा एवं बहुत दूर तक चल कर जिसमे पहाड़ी से पत्थर गिरने का भय रहता हैं से आना पड़ रहा था कल दोनों गॉवो रैणी व जोगजू के ग्रामीणों ने निश्चय किया और बिना किसी सरकारी व शासन प्रशासन के मदद बिना धौली गंगा के ऊपर पैदल पुल का निर्माण कर दिया अब लोगो को मुख्य सड़क तक पहुँचने मे बहुत आसानी हो रही है
जिस हिम्मत व जज्बे के साथ रैणी व जोगजू के ग्रामीणों ने स्वयं आगे बढ़कर धौली गंगा के ऊपर पैदल पुल का निर्माण किया वह बहुत सराहनीय व काबिलेतारिफ हैं। मैं दोनों गॉवो के आम जनता को इस कार्य के लिए बहुत बहुत बधाई देना चाहता हूं व धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने इस विकट समय मे एक दूसरे का साथ देकर पुल का निर्माण किया।