नई दिल्ली। मई की भीषण गर्मी में अचानक आए तूफान ने देशभर में सैंकड़ों लोगों की जान ले ली। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, राजस्थान, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली में जहां धूल भरी आंधी आई तो वहीं तेलंगना, बंगाल और आंध्र में आंधी के साथ-साथ बारिश भी हुई।
उत्तराखंड और उससे सटे इलाकों में आज भी भारी बारिश और तूफान की संभावना है। मौसम के यूं अचानक से बदल जाने पर वैज्ञानिकों का कहना है कि वेदर सिस्टम के दुर्लभ मेल की वजह से तूफान आया है। जो ज्यादातर आने वाले तूफानों के पैटर्न से अलग रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, वेस्टर्न डिस्टरबेंस से राजस्थान, पंजाब व हरियाणा के ऊपर चक्रवात बना। फिर इससे गरजने वाले बादल बने, जो उत्तर प्रदेश होते हुए बिहार पहुंचे और बंगाल की खाड़ी, उत्तरी पाक और जम्मू कश्मीर से आ रही नमी इस चक्रवात को मिली।
तापमान ज्यादा होने के कारण कुछ ही घंटों के भीतर तूफान जैसी स्थिति बन गई। फिलहाल, मौसम विभाग ने अगले 2 दिन के लिए अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि राजस्थान और यूपी में फिर धूल की आंधी आ सकती है। क्योंकि इन इलाकों में चक्रवात की स्थिति बन रही है। जिसका असर राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में पड़ सकता है।
गौरतलब है कि बुधवार को 132 किलोमीटरध्घंटे की रफ्तार से आए तूफान में 8 राज्यों में अब तक कम से कम 114 लोगों की मौत हो गई है। जबकि सबसे ज्यादा तबाही यूपी और राजस्थान में हुई है। इस तूफान से मची तबाही में यूपी में 73 लोगों की मौत हुई है तो वहीं राजस्थान में करीब 36 लोगों की जान गई।
यूपी और राजस्थान में आए आंधी तूफान के कारण हुई जनहानि पर पीएम मोदी ने दुख जताते हुए अधिकारियों को राज्यों के साथ समन्वय बनाने और प्रभावितों को तुरंत राहत प्रदान किए जाने को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।