उत्तराखंड के होम स्टे में बनाया था बंधक, यहीं से होती रही फिरौती की डील
Jio Manager Kidnapping पुलिस को चकमा दे छह बदमाश हाथरस के जियो फाइबर कंपनी के डिप्टी मैनेजर अभिनव भारद्वाज का फिरौती के लिए अपहरण कर उत्तराखंड पहुंच गए। यहीं से अपराधियों ने फिरौती के लिए डीलिंग की। लेकिन उत्तराखंड पुलिस इससे अंजान रही। बताया जा रहा है कि बाद में मुरादाबाद एसटीएफ टीम आरोपितों को अपने साथ ले गई।
पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध कसारदेवी क्षेत्र अब अपराधियों की पनाह गाह भी बनने लगा है। नए साल पर सुरक्षा के दावे और चप्पे-चप्पे पर पुलिस के पहरे के बीच अल्मोड़ा पुलिस को चकमा दे छह बदमाश हाथरस के जियो फाइबर कंपनी के डिप्टी मैनेजर अभिनव भारद्वाज का फिरौती के लिए अपहरण कर कसारदेवी पहुंच गए।
यहां एक होम स्टे में दो से तीन दिनों तक को एक कमरे में बंधक बनाकर रखा। यहीं से अपराधियों ने फिरौती के लिए डीलिंग की। लेकिन बदमाशों की इन आपराधिक गतिविधियों का स्थानीय पुलिस को हवा तक नहीं लग सकी। पुलिस पूरे घटनाक्रम से अंजान रही। बताया जा रहा है कि बाद में मुरादाबाद एसटीएफ टीम आरोपितों को अपने साथ ले गई।
अपराधी उठा रहे यहां के शांत वातावरण का फायदा
पहाड़ की मनोरम वादियां जहां पर्यटकों को लुभा रहीं हैं, वहीं अपराधी अब यहां के शांत वातावरण का फायदा भी उठा रहे हैं। अल्मोड़ा के तीन युवकों ने अन्य गैंग के गुर्गों के साथ मिलकर अपहरण और फिरौती जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दे दिया। इसके लिए उन्होंने कसारदेवी को चुना।
अपहरणकर्ताओं ने अपहृत अभिनव को कसारदेवी स्थित एक होम स्टे में रखा था। मुरादाबाद में पुलिस मुठभेड़ के बाद पकड़े गए अपहरणकर्ताओं ने पुलिस पूछताछ में इस बात का खुलासा किया है। हाथरस जियो के फाइबर कंपनी के डिप्टी मैनेजर अभिनव भारद्वाज के अपहरणकर्ताओं में तीन युवक विशाल राजपुरा, करन बिष्ट माल गांव और सुजल कनेली निवासी है।
हाथरस के जियो फाइबर कंपनी के डिप्टी मैनेजर अभिनव का अपहरण कर बदमाश कसारदेवी तक पहुंच गए। बदमाश स्विफ्ट कार संख्या यूपी-14ईके-9568 से कसारदेवी तक पहुंचे, लेकिन इस बीच ना ही अल्मोड़ा पुलिस और ना अन्य जिलों की पुलिस को इस बात की भनक लग सकी। इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस की जिले के प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के दावों की भी पोल खोल दी है। जबकि पुलिस नववर्ष पर सुरक्षा के दावे किए जा रहे थे।
होम स्टे मालिक पर भी गिरेगी कार्रवाई की गाज
जहां अपहरणकर्ता ठहरे थे, और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे अब उस पहाड़ी रसोई होम स्टे संचालक भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है।
कोतवाल जगदीश चंद्र देउपा ने बताया कि संचालक पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। नियमानुसार संचालक पर कार्रवाई होगी। पर्यटन विभाग को भी इसकी सूचना दे दी गई है। सीसीटीवी की फुटेज आदि भी खंगाली जा रही है। इंट्री रजिस्टर भी पुलिस देख रही है। अपराधी किस नाम से यहां पर रुके हुए थे।
अपहरण में अल्मोड़ा निवासी युवकों के पकड़े जाने के बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं, जिन युवकों पर अब तक एक भी आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं हैं। वो युवक कैसे इतने बड़े और जघन्य अपराध में पकड़ गए। यह अब सबके मन में सवाल उठने रहे हैं