राज्य के भीतर एक बार फिर चुनाव की आचार संहिता समाप्त होने के बाद वेरिफिकेशन ड्राइव तेज किया जायेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य का मूल स्वरूप किसी भी कीमत पर बिगड़ता नहीं दिया जाएगा इसके लिए राज्य सरकार पूर्व में ही सख्त धर्मांतरण कानून, फुक तो दंगा रोधी कानून लाने का काम कर चुकी है और अब सत्यापन के माध्यम से ये कोशिश तेज की जायेगी ।

उत्तराखंड में बाहरी लोगों की जांच होगी, समान नागरिक संहित-UCC पर भी बोले CM धामी

सीएम पुष्क सिंह धामी ने कहा कि कुछ समय पहले हमने जंगलों एवं सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण को लेकर बड़ा अभियान शुरू किया था। इसमें करीब पांच हजार एकड़ जमीन को कब्जे से मुक्त कराया था।

देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने वाला राज्य उत्तराखंड अब अपने बदलते जनसांख्यिकीय ढांचे की पड़ताल के लिए सत्यापन अभियान शुरू करने की तैयारी में है। इसके तहत पुलिस बाहर से आकर उत्तराखंड में रह रहे लोगों की जांच कर उनकी पहचान सुनिश्चित करेगी।

 

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड गठन के बाद प्रदेश के जनसांख्यिकीय ढांचे में बदलाव दिखे हैं। ऐसे में हमने तय किया कि पुलिस की मदद से वेरिफिकेशन अभियान चलाया जाएगा।

इससे पता चलेगा कि वे लोग स्थानीय हैं या बाहर से आए हैं। धामी ने कहा कि कुछ समय पहले हमने जंगलों एवं सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण को लेकर बड़ा अभियान शुरू किया था। इसमें करीब पांच हजार एकड़ जमीन को कब्जे से मुक्त कराया था। लोकसभा चुनाव के बाद फिर यह अभियान शुरू करेंगे।

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यूसीसी लागू करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए कुछ तैयारी जरूरी है। प्रदेश में यूसीसी नियमों को इसी साल लागू कर दिया जाएगा। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा उत्तराखंड की पांचों सीटें फिर जीतेगी और पहले से ज्यादा मतों के अंतर

से विजयी होगी।

धामी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए 400 पार के लक्ष्य को पाने में सफल होगी। वनाग्नि पर धामी ने कहा कि जंगलों की आग पर काबू पा लिया गया है। आगे के लिए कई कदम उठा रहे हैं। इसमें अग्रिम तैयारी के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। चारधाम यात्रा पर उन्होंने कहा कि शुरुआती दिनों में बड़े पैमाने पर लोगों के पहुंचने से चुनौती थी, अब स्थिति सामान्य हो चुकी है।