उत्तराखंड में भ्रष्टाचार की खबरें आम हो गई हैं। भ्रष्टाचार की जड़ें मजबूत होते जा रही है, भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ सरकार ने कठोर कार्रवाई करने का निर्णय ले लिया है। ऐसा ही मामला एक बार फिर देहरादून से सामने आया है। जिसमें शासन द्वारा दुग्ध संघ और राज्य सहकारी संघ के अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दिए है।
आपको बता दें शासन द्वारा देहरादून दुग्ध संघ के पूर्व प्रभारी महाप्रबंधक मानसिंह पाल के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत मिली थी, इस आधार पर गोपनीय जांच चलती रही, लगभग डेढ़ महीने के बाद विजिलेंस द्वारा की जा रही जांच सही पाई गई, राज्य सहकारी बैंक के पूर्व महाप्रबंधक दीपक कुमार के खिलाफ भी इसी तरह की शिकायत विजिलेंस को मिली थी, जिसके बाद विजिलेंस द्वारा गोपनीय जांच की गई,जिसमें शिकायतें सही पाई गई हैं। विजिलेंस ने गहनता से जांच के लिए शासन से अनुमति मांगी, जिसके बाद शासन की सतर्कता समिति ने विजिलेंस की जांच रिपोर्ट को देखा और गहनता से जांच के लिए स्वीकृति दे दी गई, इन दोनों अधिकारियों की काली कमाई पर गहनता से जांच कराई जाएगी। साथ ही आपको बता दें कि सरकार और विजिलेंस की नज़र उत्तराखंड के कई भ्रष्ट अधिकारियों पर है।