काशीपुर।

पुलिस के मुताबिक दो दोस्तों ने मिलकर ना सिर्फ अपने ही दोस्त का कत्ल कर दिया। बल्कि इस बेरहमी, बेदर्दी से हत्त्या की के दोस्त को मौत के घाट उतरने के बाद लाश का सिर व एक हाथ काटकर अलग-अलग जगह पर फैंक दिया। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर नदी किनारे से सिर व हाथ कटी लाश को बरामद कर लिया है। जबकि कटे सिर व हाथ को तलाशने में जुटी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।

थाना आईटीआई जोशी का मझरा धीमरखेड़ा निवासी विशाल कुमार (21) पुत्र राजकुमार बीती 18 नवम्बर को संदिग्ध परिस्थितियों मंे लापता हो गया था। विशाल के परिजनों ने थाना आईआईआई में विशाल की गुमशुदगी दर्ज कराते हुए विशाल के दोस्त संदीप व उसके एक साथी पर शक जताते हुए तहरीर में विशाल को फोन कर बुलाने की बात कही थी। तभी से विशाल अपने घर नहीं लौटा था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर विशाल के दो दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनांे ने विशाल की हत्या करना स्वीकार करते हुए उनके द्वारा विशाल का सिर व एक हाथ काटकर लोहियापुल स्थित के पास स्थित राजपुरा नदी में फैंक दिया है तथा उसके शव को नदी किनारे दबा दिया है।। पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर मौके पर पहंुच जेसीबी की मदद से विशाल की लाश बरामद की तो पुलिस होश फाख्ता हो गये। विशाल का सिर व एक हाथ शरीर से गायब था। खबर लिखे जाने तक पुलिस मृतक के कटे सिर व हाथ को तलाशने में जुटी थी। मृतक विशाल दो भाई व दो बहनों में सबसे बड़ा था तथा डेली वेज पर नगर निगम काशीपुर में कार्यरत था। उसकी हत्या की खबर सुन परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।पूर्व सफाई कर्मी विशाल की हत्या के बाद आरोपी ने शव ठिकाने लगाने के लिए धड़ दलदली नहर में दबा दिया था। पुलिस को विशाल का धड़ ढूंढने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी। जेसीबी मशीन से नहर के 50 मीटर एरिया में बार-बार खुदाई करनी पड़ी। हालांकि सिर और एक हाथ अभी भी पुलिस नहीं ढूंढ सकी है।

जोशी का मजरा गांव निवासी विशाल कुमार (21) की हत्या का शक उसी के दोस्त संदीप सिंह पर जताया गया था। परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस पूछताछ में पहले तो संदीप मामले से अंजान बना रहा। बाद में सख्ती करने पर उसने हत्या की बात कुबूल कर ली। संदीप की निशानदेही पर पुलिस ने बुधवार सुबह आठ बजे यूपी स्थित रजपुरा सिंचाई नहर में शव ढूंढने का अभियान चलाया। इस दौरान एडिशनल एसपी प्रमोद कुमार, चार दरोगा, दस पुलिसकर्मी व दस होमागार्ड के जवान शव की खोजबीन के लिए नहर में उतरे। फावड़े से काफी खोजबीन के बाद भी जब दलदली नहर में शव नहीं मिला तो जेसीबी मंगवाई गई। जेसीबी मशीन से नहर के 50 मीटर एरिया में दो-दो फीट गहराई तक खुदाई करने के बाद दोपहर करीब एक बजे विशाल का धड़ बरामद हो गया। सिर और हाथ ढूंढना बना चुनौती

खोजबीन के बाद भी नहीं मिला सिर व कटा सिर

पुलिस के मुताबिक आरोपी ने हत्या के बाद विशाल के धड़ के साथ ही सिर और हाथ भी दबाने की बात कुबूली थी, लेकिन पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी सिर और हाथ न मिलना पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है। पुलिस को यह भी शक है कि संदीप गुमराह करने के लिए विशाल का सिर और हाथ कहीं और ठिकाने लगा चुका होगा। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।

आरोपी व मृतक विशाल में थी गहरी दोस्ती

आरोपी और विशाल में थी गहरी दोस्ती: पुलिस के मुताबिक, विशाल आईटीआई क्षेत्र के जोशी मजरा गांव में काफी समय से परिवार के साथ रहता था। बीते माह आरोपी संदीप ने भी विशाल के बगल में प्लॉट लेकर घर बनाना शुरू किया था। पड़ोसी होने के नाते विशाल ने संदीप की काफी मदद की, इससे उनकी दोस्ती गहरी होती गई। यही वजह है कि संदीप के निर्माणाधीन भवन में विशाल काम करने लगा था। इससे पूर्व विशाल नगर निगम की नाला गैंग में सफाई का काम करता था। बताते हैं दोनों साथ में घूमते थे और नशा भी करते थे। संदीप ने विशाल की हत्या क्यों की? यह तो अभी साफ नहीं हो सका है।

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