शनिवार 05 सितंबर को प्रतीतनगर रायवाला, देहरादून निवासी नरेश चंद्र कुकरेती ने रायवाला थाने में शिकायत दर्ज करायी थी कि कैलाशी विजन प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के प्रबंधकों ने प्राधिकृत न होने के बावजूद जनपद देहरादून व अन्य जनपद व राज्यों में फर्जी तरीके से लोगों को गुमराह कर कंपनी की ब्रांच खोलकर फर्जी खाते खोलकर लोगों से आरडी, एफडी, डेली डिपाजिट स्कीम व लोन देने के नाम पर धोखाधड़ी की है। इन लोगों ने रायवाला ब्रांच में कंपनी के करीब 110 खाताधारकों के 40 लाख रुपये की धनराशि नहीं लौटायी है।
जिस पर थाना रायवाला में मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू की गयी। उक्त कंपनी की एसटीएफ (आर्थिक अपराध शाखा) देहरादून द्वारा भी जांच की जा रही थी। विवेचना एवं एसटीएफ की जांच में पाया गया कि कमल भारती पुत्र हीरालाल भारती निवासी ग्राम इस्सेपुर, थाना नजीबाबाद जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश और नसीमुद्दीन पुत्र हसमत अली, निवासी जमनपुर थाना सेलाकुई देहरादून ने जनवरी 2018 में फर्जी तरीके व गलत तथ्यों के आधार पर कैलाशी विजन प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने करीब 23 ब्रांच खोली हैं। इसमें से 13 ब्राचें देहरादून, 01 ब्रांच कोटद्वार, 05 ब्रांच नजीबाबाद, 03 ब्रांच मध्य प्रदेश में खोली गयी थी। इनमें इन्होंने नौ हजार ग्राहकों के खाते खोलकर आरडी, एफडी व डेली डिपाजिट स्कीम व लोन के नाम पर करीब 28 करोड़ की धोखाधड़ी की। जिस सम्बध में कमल भारती और नसीमुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया।