देहरादून। शहर में घर-घर से कूड़ा उठान का काम नए सिरे से करने का रास्ता साफ हो गया है। इसी साल जून माह से शहर के सभी साठ वार्ड में कूड़ा उठान का काम शुरू कर दिया जाएगा। नगर निगम की ओर से चैन्नई की एक कंपनी को घर-घर से कूड़ा उठान का काम दिया है। नगर निगम की ओर से कंपनी को प्रति टन कूड़ा उठाने पर 1206 रुपए भुगतान किया जाएगा। यूजर चार्ज भी कंपनी के खाते में जाएगा। एक माह के भीतर निगम और कंपनी के बीच अनुबंध हो जाएगा।
मौजूदा समय में चंडीगढ़ कीकंपनी के पास घर-घर से कूड़ा उठान का काम है। पिछले चार साल से उक्त कंपनी का काम काफी खराब रहा है। चार साल पहले यूजर चार्जज के तौर पर 20 लाख हर माह आते थे, लेकिन अब यूजर चार्जेज की आय घटकर सात लाख तक पहुंच गई है। यही नहीं सौ फीसदी कूड़ा उठान होने की बजाए साठ फीसदी ही हो रहा है। ऐसे में कई मौहल्लों में कूड़ा उठान की गाड़ी नहीं जा रही है। इसी वजह से निगम ने नए सिरे से टेंडर किए। चेन्नई की कंपनी के रेट सबसे कम आने पर उसे ठेका दिया जाना है। नगर आयुक्त विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि एक माह में कंपनी के साथ अनुबंध कर दिया जाएगा। जून से घर-घर से कूड़ा उठान का काम कंपनी शुरू कर देगी।
वर्ष 2011 में शुरू हुई थी घर-घर से कूड़ा उठान की योजना
वर्ष 2011 में पहली बार जेएनएनयूआरएम योजना के तहत दून शहर में निजी कंपनी के माध्यम से नगर निगम ने डोर टू डोर कूड़ा उठान का काम शुरू किया गया था। उस समय नगर निगम की ओर से दून वैली वेस्ट मैनेजमेंट नाम की कंपनी से अनुबंध किया गया था। शुरू में कंपनी ने 30 वार्ड में कूड़ा उठान का काम किया, लेकिन बाद में पार्षदों के दबाव के चलते 45 वार्ड में काम शुरू कर दिया, क्योंकि कंपनी के पास 45 वार्ड के लिहाज से संसाधन नहीं थे तो शहर में कूड़ा उठान की व्यवस्थाएं पटरी से उतरती चली गई। जिसके बाद निगम ने कंपनी से काम छीनकर अनुबंध खत्म कर दिया।