जोशीमठ। फयॅूलानारायण मंदिर के कपाट खुलने की तैयारियाॅ पूरी। श्रावण संक्राति को पूरे विधि-विधान के साथ खोले जाऐगे मंदिर के कपाट। प्ंाच बदरी व पंच केदारो की धरती उर्गम कल्प क्षेत्र के शीर्ष पर करीब दस हजार फीट की ऊॅचाई पर स्थित भगवान फयूॅलानारायण के कपाट सोमवार को श्रावण संक्राति के पर्व पर दर्शनार्थ खोल दिए जायेंगे। कपाट खुलने से पूर्व की तैयारियों मे जुटे भर्की, भेंटा, पिल्खी, ग्वांण, अरोसी, के ग्रामीणों मे गजब का उत्साह देखा जा रहा है।
फयूॅलानारायण के कपाट खुलने व बंद होने की पंरपरा अनादि काल से ही चली आ रही है। कपाट प्रतिवर्ष श्रांवण संक्राति के पर्व पर खुलते है और नंदाष्टमी पर्व पर यहाॅ के कपाट बंद हो जाते हें तीन महीने के इस अंतराल मे इस हिमालयी बुग्याल मे धार्मिक उत्सव का माहौल बना रहता है।
यहाॅ भगवान का भोंग सत्तू, बाडी, दूध व मक्कख का ही लगाया जाता है। यहाॅ की पूजा की पंरपरा भी अनूठी है इस मंदिर मे पूजारी के रूप मे दस वर्ष की कम आयु की कन्या अथमवा 55वर्ष की आयु से अधिक की महिला ही होती है। इन्ही के द्वारा लाऐ गए जल व पुष्प से भगवान की पूजा की जाती है। कपाट खुलने से पूर्व भर्की पंचनाम चैक मे देवी-देवताओ द्वारा इस वर्ष के लिए नियुक्त वारीदार रघुबीर सिह पंवार को चिपटा व घंटी देकर विदा किया जाता है। ग्रामीण भी बारीदार के साथ ही अपनी गाय-बच्छियों का लेकर मंदिर की ओर प्रस्थान करते है।
कपाटोदघाटन की तैयारियों मे लगे भर्की के प्रधान दुलब सिंह रावत, भेटा के प्रधान लक्ष्मण सिंह नेगी ,मेला समिति के अध्यक्ष रामचंद्र कण्डवाल,आदि ने सभी क्षेत्रवासियों से आने वाले तीन महीनो मे फयूॅलानारायण धाम पंहुचकर पुण्य लाभ अर्जित करने का आग्रह किया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here