चमोली। देवभूमि की एक और बेटी ने प्रदेश का नाम रोशन किया है। चमोली जिले की रहने वाली सुचेता सती ने विश्व की सबसे ऊंची मोटरेबल रोड पर बाईक चलाने वाली उत्तराखंड की पहली महिला बन गई है। सुचेता ने 18380 फीट की ऊंचाई पर स्थित खारदुंग ला दर्रा पर बाईक चलाकर अपने दम और साहस का परिचय दिया है। इससे पहले दिल्ली की रिया ने 20 साल की उम्र में ऐसा किया था। सुचेता सती को बचपन से ही बाईक चलाने का शौक है और उसने मात्र 14 साल की उम्र में बाईक चलाना सीख लिया था। गौर करने वाली बात है कि आईएएस एकेडमी के डीएस रावत की पहले पर 10 जून को 11 सदस्यीय दल करीब 5 हजार किलोमीटर दूर खारदुंगला टॉप के लिए निकला। दल में 10 लड़कों के साथ सुचेता अकेली सबसे कम उम्र की लड़की थी। 10 जून को शुरू हुई इस यात्रा में दल 12 घंटे बाईक चलाकर पटनीटाॅप पहुंचा था। इसके बाद अगले दिन दल कारगिल के लिए रवाना हुआ। इसके बाद 18 हजार 380 फीट की दूरी तय कर 15 जून को खारदुंग ला दर्रा पार कर टॉप पर पहुंचे और 22 जून को मनाली होते हुए देहरादून पहुंची।
सुचेता डीएवी की बीकॉम प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। इससे पहले वह बाईक से औली, हर्षिल, धर्मशाला जा चुकी हैं। उन्हें ट्रैकिंग का भी काफी शौक है। वह चंगबंग पीक व फूलों की घाटी भी जा चुकी हैं। वह बताती हैं कि अब उनका अगला लक्ष्य कश्मीर से कन्याकुमारी तक बाइक से सफर करने का है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here