नई टिहरी। प्रदेश के कृषि, उद्यान, कृषि शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने विधानसभा नरेन्द्रनगर के अन्तर्गत अपने दो दिवसीय भ्रमण के दौरान गजा में 5 लाख 8 हजार रुपये की लागत से बने लघु शीतगृह का लोकार्पण करते हुए कहा कि इस शीतगृह के बनने के बाद क्षेत्र की व्यवसायिक खेती से उत्पादित सब्जियों, फलों को सुरक्षित रखा जा सकेगा, ताकि किसान को उनकी उत्पाद की सही कीमत मिल सके। उन्होने कहा कि यदि यह शीतग्रह सफल होता है तो आने वाले भविष्य में पूरे जनपद में अन्य बडे शीतगृहो का भी निर्माण किया जायेगा। उन्होने कहा कि गजा में शीघ्र ही एक सिंडीकेट बैंक की स्थापना की जायेगी ताकि काश्तकारों को बैंकिंग सुविधा की सुविधा मिल सके।
कृषि मंत्री ने गजा में आयोजिन जनसभा में स्थानीय लोगों की समस्याओं को सुनते हुए कहा कि सरकार के प्रयासों के साथ ही किसानों को भी सहयोग करना होगा तभी किसानों की आय को दोगुना किया जा सकेगा। उन्होने कहा कि प्रत्येक माह में हर न्याय पंचायत स्तर पर कृषि, उद्यान विभागों के अधिकारियों के अलावा कृषि वैज्ञानिक भी काश्तकारों के बीच जाकर उन्हे तकनिकी जानकारी के साथ ही अन्य सुविधाओं के सम्बन्ध में जानकारी देंगे। उन्होने कहा कि सरकार उद्यान व कृषि विभाग के एकीकरण करने जा रही है ताकि काश्तकारों को सुविधाओं के अलग-अलग जगह न भटकना पडें। उन्होने कहा कि कृषि को प्रोत्साहन तथा उत्पादन क्षमता बढानें के लिए 2 करोड़ रुपये की लागत से जनपद में सिंचाई सुविधा के लिए टेंक बनाये जायेंगे जिसमें मनरेगा के साथ समन्वय करके श्रामांश का भुगतान मनरेगा से करवाया जायेगा। उन्होने कहा कि आगामी 26 मई को वन विभाग के साथ बैठक कर कृषि को जंगली जानवरों से बचाने के लिए वन पंचायतों एवं ग्रामीणों के माध्यम से जंगलों में फलदार पौधों का रोपण किया जायेगा ताकि गावों में जंगली जानवरों के आवा-गमन को कम किया जा सके। उन्होने कहा कि मौसम में आने वले परिर्वतन के अनुसार काश्तकारों को फलों एवं फसलों के उत्पादन की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित किया जायेगा। विधानसभा क्षेत्र नरेन्द्रनगर के अन्तर्गत दयूली व भरपूर में संग्रहण केन्द्र की स्थापना की जा रही है इसके अलावा नरेन्द्रनगर में मण्डी की स्थापना भी की जा रही है वहीं सरकार सभी उत्तराखण्ड के 95 विकासखण्डों में बडे़ उत्पाद संग्रहण केन्द्र बनाने जा रही है। उन्होने कहा कि सरकार पूरे उत्तराखण्ड में 5 लाख एकड़ भूमि में जैविक खेती करने की योजना बना रही है जिसके प्रोत्साहन के लिए प्रत्येक काश्तकारों को 50 एकड़ पर 15 लाख रु0 की अर्थिक सहायता सरकार प्रदान करेगी। इस अवसर पर मंत्री ने सामूहिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए काश्तकारों से आगे आने का आवाहन किया है। उन्होने कहा कि सरकार काश्तकारों की फसलों की सुरक्षा के लिए फसल बीमा सुविधा भी उपलब्ध कराने जा रही है ताकि काश्तकारों की फसलों की क्षति की भरपाई बीमें माध्यम से भी की जा सके इसके अलावा मंत्री ने कहा कि कृषि के साथ ही साथ जड़ी-बूठी, फल, सब्जी, फूल, रेशम और मौन पालन की ओर भी काश्तकारों को अभिरुची दिखानी होगी ताकि उनकी अर्थिक आमदनी का दयरा बढ़ाया जा सके इसके साथ ही डेरी, बकरी, कुक्कुट पालन को भी कृषि के साथ अपनाने का अवाहन किया है। मंत्री ने कहा कि पानी की कमी को देखते हुए ड्रिप तकनीक के माध्यम से पानी की सिमीम मात्रा से अधिक भूमि सिंचित की जा सकती है। इस अवसर पर मंत्री ने स्थानीय जनता की समस्याओं को सुनते हुए कहा कि शीघ्र ही गजा में पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है ताकि क्षेत्र में पानी की समस्या को दूर किया जा सके इसके उपरान्त श्री उनियाल ने रणाकोट में शहीद भाग सिंह की मूर्ति का अनावरण तथा क्षेत्रीय जनता तथा जनप्रतिनिधियों से भेंट-वार्ता भी की। इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी जे0पी0 तिवारी, जिला उद्यान अधिकारी डाॅ डी0के0 तिवारी, मंण्डल अध्यक्ष गजा गजेन्द्र खाती, चतर सिंह, भगवान सिंह चैहान, कृषि मंत्री के ब्लाॅक प्रतिनिधि बीर सिंह रावत, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख सुशीला देवी, प्रधान माणदा कुशला देवी, गजेन्द्र चैहान, बीना देवी, राजेन्द्र खाती, प्रेम सिंह नेगी विजेन्द्र सिंह, दयाल सिंह तडियाल, अरविन्द उनियाल सहित भारी संख्या में स्थानीय जनता उपस्थित थी

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