गर्मियों में सनस्क्रीन का इस्तेमाल स्किन की देखभाल का अहम हिस्सा है। धूप में निकलने पर सनस्क्रीन लगा लेना काफी नहीं। ये कई बातों पर निर्भर करता है। जैसे धूप में आप कितनी देर तक रहते हैं या फिर आपका स्किन टाइप क्या है। इन बातों पर ध्यान न देना आपको टैनिंग ही देगा, चाहे आप रोज कितनी ही सनस्क्रीन लगाएं। हम आपको बता रहे हैं सनस्क्रीन लगाने के कुछ टिप्स, जिनकी मदद से आपकी स्किन धूप में झुलसने से बची रहेगी।
’सनस्क्रीन खरीदते हुए हमेशा ध्यान रखें कि आप धूप में कितनी देर तक एक्सपोज रहते हैं, इसी अनुसार सनस्क्रीन ली जानी चाहिए। इसके लिए एसपीएफ मानक है। ज्यादा एसपीएफ के मायने हैं कि इसे लगाने पर धूप में ज्यादा देर तक रहना भी टैनिंग से बचाए रखेगा। एसपीएफ 30 या 40 भारतीय त्वचा और मौसम के लिए मुफीद है।
’सनस्क्रीन लगाने का भी वक्त होता है। बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन लगाते हैं तो इसका कोई मतलब नहीं। घर से बाहर निकलने से लगभग आधा घंटा पहले ही सनस्क्रीन लगाएं ताकि ये आपकी त्वचा के भीतर एब्जॉर्ब हो जाए और आपको धूप में झुलसने से बचाए।
’दिनभर में एक ही बार सनस्क्रीन लगाना काफी नहीं। धूप में रहते हों या बार-बार बाहर जाते हों तो चाहे वो कुछ मिनटों के लिए ही क्यों न हो, स्किन पर असर पड़ता है। इसलिए हर 2 घंटे में सनस्क्रीन लगाएं। इससे स्किन प्रोटेक्टेड रहेगी।
’सनस्क्रीन लगाने से पहले स्किन का बेसिक केयर रूल फॉलो करें, यानी क्लींजिंग, टोनिंग और मॉइश्चराइजिंग। इसके बाद सनस्क्रीन लेकर उसे चेहरे, आंखों के आसपास, गर्दन में, गले में अच्छी तरह से लगाएं। हाथों, पैरों पर भी सनस्क्रीन लगाई जानी चाहिए।