आंगनबाड़ी कार्यकत्री-सेविका कर्मचारी यूनियन की जिला इकाई की ओर से शुक्रवार को मानदेय भुगतान सहित सात सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर विरोध किया गया। इस दौरान यूनियन पदाधिकारियों ने जिला कार्यक्रम अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। उन्होंने मांगों पर शीघ्र सकारात्मक कार्रवाई न होने पर क्रमबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी।
शुक्रवार अांगनबाड़ी कार्यकत्री-सेविका कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी और सदस्य सुबह करीब 11 बजे नगर के पोस्ट ऑफिस पर एकत्रित हुए। जहां उन्होंने मुख्य बाजार, बस स्टैण्ड, पुलिस लाइन, हास्पिटल बैंड होते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया। यहां कार्यकत्रियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। कार्यालय पर आयोजित सभा में यूनियन की अध्यक्ष भारती राणा ने कहा कि जहां विभाग की ओर से सरकार की योजनाओं का संचालन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से करवाया जा रहा है। वहीं कार्यकत्रियों को बीते पांच माह से मानेदेय का भुगतान नहीं किया गया है। जिससे कार्यकत्रियों के सम्मुख आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। साथ उन्होंने सरकार से बैठकों में आने जाने के लिये टीए व डीएम की व्यवस्था करने, गोपेश्वर व हरिद्वार भेजे गये मोबाइल ट्रेनरों को आने जाने के व्यय का भुगतान करने, मानदेय 18 हजार करने, कार्यकत्रियों को सीएल और मेडिकल का लाभ देने, सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में बच्चों के प्रवेश के लिये आंगनबाडी से प्रमाण पत्र की अनिवार्यता का प्रावधान करने, अनौपचारिक शिक्षा के कामों का आनुपातिक अंतराल निर्धारित करने की मांग उठाई है। उन्होनें मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई न होने पर क्रमबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है।।