निर्वाचित मुख्यमंत्री होने पर उनको बधाई दी। इसके पश्चात उनको मां गंगा यमुना एवं बद्रीनाथ का प्रसाद भेंट किया गया। और चार धाम देवस्थानम एक्ट को वापस लेने के संबंध में उनसे बातचीत की। मुख्यमंत्री ने हक हकुक धारियों को आश्वस्त किया कि वह जल्दी ही चार धाम के तीर्थ पुरोहितों को बातचीत के लिए बुलाएंगे। साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि पूर्व की भांति जैसी व्यवस्था चली आ रही है उसी व्यवस्था के अनुसार कपाट खोले जाएंगे और देवस्थानम बोर्ड की यात्रा चलाने के संबंध में कोई भी भूमिका नहीं होगी।