ऋषिकेश। शहर में एनजीटी के आदेशों की धज्जियां खुलेआम उड़ाई जा रही हैं। नियमों के विपरीत दुकानदार खुलेआम पॉलिथीन का प्रयोग कर रहे हैं। बावजूद इसके नगर निगम नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने से बच रहा है।
तीर्थनगरी में एनजीटी ने पॉलिथीन और प्लास्टिक से बने सभी उत्पादों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया है लेकिन शहर में रिटेल से लेकर होलसेल के दुकानदार लगातार धड़ल्ले से खुलेआम पॉलिथीन की बिक्री कर रहे हैं। इससे एनजीटी के आदेशों की अवहेलना तो हो ही रही है साथ ही पॉलिथीन की गंदगी से गंगा भी प्रदूषित होने में लगी है। मगर जिम्मेदार महकमा इस ओर कार्यवाही करने से डर रहा है। इतने बड़े शहर में नगर निगम ने मार्च के महीने में महल 40 किलो पॉलिथीन ही दुकानदारों से जब्त की है। जबकि गंगा किनारे फूल बेचने वालों से लेकर गोलगप्पे सब्जी अन्य सामान बेचने वाले दुकानदार खुलेआम पॉलिथीन का इस्तेमाल कर रहे हैं। सबसे बड़ी मजे की बात यह है कि शहर में बिकने वाला दूध मिर्च-मसाले अन्य सामान भी पॉलिथीन में ही बिक रहा है। शहर में पूर्ण रूप से प्रतिबंधित काली पॉलिथीन का इस्तेमाल मीट बेचने वाले दुकानदार धड़ल्ले से कर रहे है। मगर इस ओर एनजीटी और नगर निगम कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। जानकारी मिली है कि रसूखदार दुकानदार अपने धंधे को चमकाने के लिए एनजीटी और निगम अधिकारियों की जी हुजूरी में भी लगे हैं।
नगर निगम के सहायक प्रशासक महेंद्र कुमार यादव का कहना है कि निगम के अधिकारी समय-समय पर लगातार अभियान चलाकर पॉलिथीन प्रयोग करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। यात्रा की तैयारियों में व्यस्त होने के कारण अभियान में थोड़ी रुकावट आई है। जल्दी ही लगातार अभियान चलाकर पॉलिथीन बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।