सुल्तानपुर पट्टी। मुखबिर की सूचना पर वन व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए वन तस्करों द्वारा लाखों रुपये मूल्य के केंटर में छिपाकर ले लाये जा रहे खैर के गिल्टे बरामद किए जबकि आरोपी वाहन को मौके पर छोड़ कर फरार हो गये। बन्नाखेड़ा वन रेंजर पीसी जोशी को मुखबिर द्वारा सूचना दी गयी कि केंटर संख्या यूके 06 सीबी 0105 में मटर के कट्टों के नीचे अवैध रूप से वन क्षेत्र काटकर खैर के गिल्टे बन्नाखेड़ा से काशीपुर की ओर ले जाये जा रहे हैं। जिस पर पीसी जोशी ने इसकी सूचना पट्टी पुलिस चैकी प्रभारी को दी। वन व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने रविवार की देर रात घेराबंदी शुरू करते हुए मुकुंदपुर के पास वाहन को घेर लिया लेकिन इससे पहले ही चालक व परिचालक वाहन को छोडकर फरार हो गये। टीम वाहन को कब्जे में लेकर चैकी में ले आयी जिसे बाद में वन विभाग की टीम अपने साथ ले गयी। वनाधिकारी पीसी जोशी ने बताया कि बरामद गिल्टों का वजन लगभग 80 कुंतल तथा मूल्य लगभग 3 लाख रुपये है। टीम में वनाधिकारी के अलावा चैकी प्रभारी दिनेश फत्र्याल, कांस्टेबल देवयानी व पंकज वर्मा तथा वन विभाग के शक्ति सिंह शामिल थे।
वन तस्कर इतने बेखौफ हो चुके हंै कि सरेआम वन संपदा का दोहन करने से बाज नहीं आ रहे हैं यही नहीं वन तस्कर घिर जाने पर टीम पर फायरिंग करने में भी कोई गुरेज नहीं कर रहे हंै। वही बताया जा रहा है कि खैर की लकड़ी का प्रयोग दवाइयों में होने के कारण वन तस्करों को इसके मुंह मांगे दाम मिल रहे हैं जिसके चलते वन क्षेत्र से खैर के पेड़ों का कटान अनैतिक रूप से कर अपनी जेबें भरने में लगे हुए हैं।