कालाढूंगी। शुक्रवार को तराई पश्चिमी वन प्रभाग के बैलपड़ाव रेंज के बैतखेड़ी गांव में घायल हालत में घूम रहे गुलदार को रेस्क्यू कर लाते समय रास्ते में मौत हो गई। वन विभाग की टीम ने गुलदार की मौत का कारण जानने के लिए उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वन विभाग के रेस्क्यू से पहले ग्रामीणों ने अपनी जान की परवाह किए बिना गुलदार को पानी पिलाकर उसकी जान बचाने की कोशिश की थी। जानकारी के मुताबिक आज सुबह करीब सात बजे बैलपड़ाव रेंज के बैतखेड़ी गांव में नदी के आसपास कुछ मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें पास में ही एक गुलदार दिखाई दिया। उन्होंने तुरंत आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी। गुलदार दिखाई देने की सूचना पर आसपास के ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए और गुलदार को भगाने की कोशिश करने लगे, लेकिन गुलदार घायल स्थिति में इधर से उधर मंडराता रहा। ग्रामीणों के काफी हो हल्ला करने के बाद भी जब गुलदार वहां से नहीं भागा तो ग्रामीण समझ गए कि गुलदार घायल है। इसके बाद हिम्मत जुटाकर कुछ ग्रामीण गुलदार के पास पहुंचे और बाल्टियों से उसके ऊपर पानी डाला और उसे पानी पिलाया। इसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचित कर दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर गुलदार को पकड़ लिया इससे पहले की विभाग के डॉक्टर उसे लाकर उसका इलाज शुरू करते गुलदार ने दम तोड़ दिया। वन अधिकारियों ने बताया कि गुलदार काफी दिनों से बीमार लग रहा था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही गुलदार की मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
घायल मिला गुलदार, इलाज से पहले तोड़ा दम
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