दीपक भारद्वाज
सितारगंज। सितारगंज के बिष्टि गांव में बैंक के कर्ज तले दबे खुदखुशी करने वाले मृतक किसान मुख्यत्यार सिंह के घर पहुँचे कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने की मृतक किसान के पीड़ित परिवार से मुलाकात। पीड़ित किसान के परिजनों को 5 लाख रुपये प्रदेश सरकार से मुआवजा दिलवाने व एक परिवार के सदस्य को नोकरी दिलवाने की भी की मांग।
कुछ दिन पूर्व सितारगंज के बिष्टि गांव के किसान मुख्यत्यार सिंह के द्वारा बैंक के कर्ज तले दबे होने पर मायूस होकर खुदखुशी कर ली गयी थी।जिसको लेकर क्षेत्र के किसानों में भारी रोष व्याप्त है। इशी के चलते आज कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पहुँचकर मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात की। उनका कहना था कि किसान मुख्यत्यार सिंह ने बैंक के कर्ज के तले दबे होने पर मायूस होकर खुदखुशी कर ली थी। जिसपर में आज उनके परिवार से मुलाकात की है। कांग्रेस प्रदेश सरकार से मांग करती है कि मृतक किसान के पीड़ित परिवार को 10 लाख या कम से कम 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दे। जिससे मृतक किसान का परिवार इस दुख की घड़ी में खड़ा हो सके। साथ ही पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नोकरी भी दी जाये। क्योकि पिछले एक साल में उत्तराखंड में 11 किसान कर्ज के चलते खुदखुशी कर चुके है। वैसे तो किसान को अन्नदाता कहा जाता है लेकिन भाजपा की सरकार में किसानों की स्थिति बड़ी दयनीय हो गयी है। सरकार को किसानों के कर्ज को माफ करने व फसलों का उचित मूल्य देने को लेकर कदम उठाने होंगे। अगर 2019 में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस सत्ता में आई तो कांग्रेस किसानों के लिए बेहतर कदम उठाएगी व किसानों के लिए कर्ज माफी सहित किसानों की फसालो के उचित मूल्य का प्रबंध करेगी। वही मुझे जानकारी मिली है कि मृतक किसान के पास कुल 8 बीघा जमीन है और किसान को ऋण सीमा से अधिक साढे तीन लाख रुपये दे दिए गये। इसकी जांच होनी चाईए कि इस प्रकार की कौन सी गैंग है जो किसान की ऋण सीमा से दो गुणा अधिक ऋण बैंको से दिलवा रही है। ऐसे लोगो पर भी कार्यवाही होनी चाहिए। साथ ही 2019 में अगर कांग्रेस की सरकार बनी।तो किसानों के हितों को देखते हुए ही किसानो को आगे बढ़ाएगी। और कर्ज से मुक्ति दिलवाएगी।