देहरादून रेलवे स्टेशन को लेकर बड़ी अपडेट. इस कार्य के लिए चुना गया देहरादून रेलवे स्टेशन।भारत सरकार द्वारा हमारे शहीद वीर पुरुषों और महिलाओं के सम्मान के लिए ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान को शुरू किया गया है I
नई दिल्ली में ‘मेरी माटी मेरा देश’ के अंतर्गत ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का भव्य प्रतीक बनेगी ‘अमृत वाटिका’ I

नई दिल्ली में ‘मेरी माटी मेरा देश’ के अंतर्गत ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का भव्य प्रतीक के रूप में ‘अमृत वाटिका’ बनायीं जाएगी I जिसको बनाने के लिए ‘अमृत कलश यात्रा’ देश के कोने-कोने से 7500 कलशों में मिट्टी लेकर दिनांक 29.10.23 तक देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी I मुरादाबाद मण्डल के देहरादून रेलवे स्टेशन को चुना गया है, मुरादाबाद मण्डल के देहरादून रेलवे स्टेशन पर इस अमृत कलश यात्रा को ले जाने के लिए 104 व्यक्तियों की सुविधा हेतु हेल्प डेस्क केंद्र स्थापित किए गए हैं I

इस अमृत कलश यात्रा में शामिल होने के लिए 104 व्यक्ति यदि किसी ट्रेन के माध्यम से देहरादून रेलवे स्टेशन से दिल्ली जाना चाहते हैं तब वह अपना यात्रा टिकट लेने के उपरांत यदि टिकट कंफ़र्म नहीं होता है, तब देहरादून रेलवे स्टेशन पर स्थापित हेल्प डेस्क केंद्र पर या वाणिज्य निरीक्षक /देहरादून को आकस्मिक कोटे हेतु आवेदन दे सकतें हैं, ताकि यात्रा टिकट को यात्रा से पूर्व समय से कन्फर्म कराया जा सके I इस यात्रा से सम्बंधित किसी भी समस्या के लिए यात्री देहरादून रेलवे स्टेशन पर स्थापित हेल्प डेस्क केंद्र या वाणिज्य निरीक्षक /देहरादून से संपर्क कर सकते हैं

“मेरी माटी मेरा देश” देश की स्वतंत्रता और प्रगति की यात्रा की याद दिलाते हुए, भारत की मिट्टी और वीरता के एकीकृत उत्सव की कल्पना करता है। अपनी भूमि से जुड़कर और अपने नायकों का सम्मान करके यह कार्यक्रम राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करेगा और भावी पीढ़ियों को भारत की पोषित विरासत की रक्षा करने के लिए प्रेरित करेगा।
इस अभियान में देश भर में पंचायत / गांव, ब्लॉक, शहरी स्थानीय निकाय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कई गतिविधियां और समारोह शामिल हैं I
कार्यक्रम का एक मूलभूत पहलू उन सभी बहादुरों ( वीरों और वीरांगनाओं ) के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करना है I जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया है। ‘अमृत वाटिका’ में शिलाफलकम पर वीरों के नाम अंकित किये जायेंगे। इनमें स्वतंत्रता सेनानी, रक्षा कर्मी, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राज्य पुलिस के कर्मी शामिल होंगे जिन्होंने कर्तव्य के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी।

शिलाफलकम स्थानीय स्तर पर पंचायतों/गांवों के साथ-साथ शहरी स्थलों पर-संभवतः अमृत सरोवरों या स्थानीय स्कूलों या अन्य प्रमुख स्थानों के पास बनाया जाएगा।
यह यात्रा अपने साथ देश के विभिन्न हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास ‘अमृत वाटिका’ बनाई जाएगी। ये ‘अमृत वाटिका’ ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी भव्य प्रतीक बनेगी। स्वतंत्रता सेनानियों और दिवंगत स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों के सम्मान के लिए अभिनंदन समारोह आयोजित किए जाएंगे। इन समारोहों में रक्षा, सीएपीएफ और राज्य पुलिस के सेवानिवृत्त कर्मियों और इन बलों के बहादुरों के परिवारों को भी सम्मानित किया जाएगा I जिन्होंने कर्तव्य के दौरान अपने जीवन का बलिदान दिया है। सत्कार स्थानीय परंपराओं और रीति-रिवाजों के अनुसार होगा।

देश के कोने-कोने से युवा स्वयंसेवक और अन्य लोग पंचायतों / गांवों से मिट्टी इकट्ठा करेंगे और इसे ब्लॉक स्तर पर लाएंगे। इसी प्रकार, मिट्टी को छोटे शहरी निकायों से एकत्र किया जाएगा और बड़े नगर पालिकाओं/ शहरी स्थानीय निकायों में लाया जाएगा। इसके बाद, मिट्टी कलश में पंचायतों/ गांवों/ शहरी क्षेत्रों की मिट्टी को राष्ट्रीय राजधानी में ले जाया जाएगा। प्रतिभागी और स्वयंसेवक ‘मिट्टी कलश’ के साथ 28 अक्टूबर, 2023 से 1 नवंबर, 2023 तक होने वाले ‘मेरी माटी मेरा देश’ ( एमएमएमडी ) अभियान के भव्य समापन के लिए दिल्ली की यात्रा करेंगे। दिल्ली में अमृत कलश यात्रा की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशनों पर हेल्प डेस्क केंद्र स्थापित किए जाएंगे।