रुद्रप्रयाग। बंगाल का 23 सदस्यों का ट्रैकिंग दल पनपतिया ग्लेशियर में फंसा, ग्लेशियर में फंसे दल को निकालने के लिए एसडीआरफ की टीम को हेलीकॉप्टर की मदद से पनपतिया ग्लेशियर के पास उतारा गया है, जिन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन को शुरू कर दिया है, बताया जा रहा है कि दल में शामिल एक सदस्य की मौत हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार भारतीय रेलवे विभाग के कुछ कर्मचारियों ने अपने दिल्ली स्थित मुख्यालय को सूचना दी कि इनके साथी ट्रैकिंग के दौरान फँस गए हैं। ट्रैकिंग दल में कुल 23 सदस्य बताये गए है जिनमें नौ बंगाली ट्रैकर, बारह पोर्टर व दो गाइड शामिल हैं। ट्रैकर दल ने बीते पाँच जून को जनपद चमोली के लामबगड़ की खीरों नदी से ट्रैकिंग अभियान की शुरुआत की थी। इस दौरान ग्यारह जून को ट्रैकर दल के एक साथी सीनियर इंजीनियर अरुण कुमार दास उम्र 34 वर्ष की ट्रैकिंग के दौरान मृत्यु हो गयी है। दल के अन्य साथियों ने मृत अरुण कुमार दास के शव को साथ लेकर सजल सरोवर से आशिकी ताल तक ट्रैक किया। तब जाकर दल ने घटना की सूचना जिला पुलिस व स्थानीय प्रशासन को दी जिसके बाद प्रशासन ने रैस्क्यू ऑपरेशन के लिए आपदा प्रबंधन व रांसी गौंडार के स्थानीय युवकों की एक टीम गठित कर तत्काल मदमहेश्वर के लिए रवाना कर दिया। वहीँ कुछ ही दिनों पहले माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली एसडीआरफ की टीम के सदस्यों को भी रैस्क्यू अभियान के लिए देहरादून से बुला लिया गया है।
इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद मीणा ने बताया कि एसडीआरफ और पुलिस की टीम को हेलीकॉप्टर से बूढ़ा मदमहेश्वर में उतार दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि एसडीआरफ की टीम मदमहेश्वर से आठ किमी आगे तक पहुँच चुकी है।जबकि एक टीम को पैदल ट्रैक से रवाना किया गया है।बहुत जल्द शेष ट्रैकर दल को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।

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