रुद्रपुर। गलत नीयत से अंतरराष्ट्रीय सीमा लांघ कर भारत लाई गई बंग्लादेशी किशोरी को ट्रांजिट कैंप पुलिस ने बरामद कर लिया है। पिछले एक सप्ताह से किशोरी को एक फ्लैट में बंधक बनाकर रखा गया था। मामले में किशोरी को सीमा पार कर भारत लाने वाली एक महिला व एक पुरुष को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि सीमा पार कराने वाली महिला ने उक्त युवक के हाथों किशोरी का सौदा कर दिया था। इससे पहले कि किशोरी के साथ कुछ ऊंच नीच होती पुलिस ने उसे सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस किशोरी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है। साथ ही हत्थे चढ़े आरोपियों की जन्म कुंडली खंगालनी पुलिस ने शुरू कर दी है।
बांग्लादेश की नाबालिग किशोरी के बारे में बताया जा रहा है कि किशोरी की बड़ी बहन ने उसका सौदा आवास विकास में रहने वाली ज्योति पत्नी विशाल से किया था। तय योजना के तहत ज्योति ने नाबालिग की बड़ी बहन को पैसे दिए थे और तय हुआ था कि बड़ी बहन ही बाग्लादेश की सीमा से नाबालिग को भारत में प्रवेश कराएगी। सौदा तय होने के बाद अवैध तरीके से नाबालिग को भारत की सीमा में दाखिल कराया गया और सीमा के पास ही उसे ज्योति मिली और अपने साथ बीती 25 जून को रुद्रपुर स्थित सामिया ले आई। जहां उसे बंधक बना कर रखा गया। इस दौरान ज्योति ने मुकेश बाला पुत्र विकास बाला से संपर्क किया। मूलरूप से शक्तिफार्म का रहने वाला मुकेश यहां ट्रांजिट कैंप के जगतपुरा में रहता है और किसी की गाड़ी चलता है। ज्योति ने मुकेश से संपर्क किय और नाबालिग को मुकेश के हाथो बेच दिया। सौदा तय होने के बाद आज सुबह नाबालिग को मुकेश के सुपुर्द करना था। जिसके लिए नाबालिग को आजाद नगर लाया गया। यहां स्थानीय लोगों की नजर नाबालिग बांग्लादेशी पर पड़ी तो सूचना पुलिस को दे दी। समय रहते पुलिस मौके पर जा पहुंची और दोनों आरोपियों समेत नाबालिग को बरामद कर लिया। पुलिस का मानना है कि ह्यूमन ट्रैफिंक के मामले में ज्योति और मुकेश लंबे समय से शामिल हो सकते हैं। इसको देखते हुए पुलिस ने दोनों के पुराने इतिहास को खंगाल रही है। इससे पहले मुकेश हल्द्वानी से एक मामले में जेल जा चुका है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here