हाथो में तिरंगा और ढोल नगाड़ों की तालो पर नृत्य कर रहे यह तस्वीर है भारत -चीन सीमा पर लगे हुए नीति गमसाली गांव की यहां 15 अगस्त किसी दिवसीय उत्सव के रूप में नहीं बल्कि त्योहार और मेले के रूप में मनाया जाता है यहां महिलाएं बूढ़े बुजुर्ग ,नौजवान मिलकर धूमधाम से 15 अगस्त मनाते हैं
कार्यक्रम की शुरुआत करने पहुंचे बद्रीनाथ विधानसभा के विधायक महेंद्र भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड की सरकार ने इस मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित कर दिया है अब यह मेला केवल गमसाली गांव का नहीं बल्कि राष्ट्रीय मेला घोषित हो गया है इस मेले से लोगों में देशभक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ेगी साथ ही गम साली और नीति घाटी का विकास होगा।
दम साली गांव में सबसे अधिक खुशी तो महिलाओं में दिख रही थी महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य कर रही थी क्षेत्र की देवी देवता मां नंदा की सुंदर झांकी निकाली जा रही थी युवा हाथ पर तिरंगा लेकर भारत माता की जय जय कार के नारे लगा रहे थे चारों तरफ केवल भारत माता की जय जय कार के नारे ही लग रहे थे तो बूढ़े बुजुर्गों के हाथ में देवी देवता के निशान दिखाई दे रहे थे