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यहाँ DM के निर्देश, क्षेत्र के स्कूल बंद करने क़ो कहाँ होगी ये कार्यवाई

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बाघ के हमले के बाद DM के निर्देश, क्षेत्र के स्कूल बंद कर, जल्द बाघ को पकड़ने के निर्देशनैनीताल में बाघ के हमले से महिला की मौत के बाद जिलाधिकारी वंदना सिंह ने अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं जहां प्रभागीय बना अधिकारी को जल्द से जल्द भाग को आदमखोर घोषित करके पकड़ने की निर्देश देते हुए क्षेत्र के स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं साथ ही कानून व्यवस्था के मध्यनजर पुलिस को भी सहयोग करने को कहा गया है।

प्रभागीय वनाधिकारी, नैनीताल वन प्रभाग, नैनीताल।

परगना मजिस्ट्रेट, नैनीताल द्वारा अपने पत्र संख्या 155/र.का./2023, दिनाँक 09 दिसम्बर, 2023 के द्वारा अवगत कराया गया है कि “आज दिनाँक 09-12-2023 को सायं 04-30 बजे ग्राम पिंनरो, पट्टी पिनरो, तहसील व जिला नैनीताल में अपने घर के पास खेत पर काम करते समय श्रीमती पुष्पा देवी पत्नी श्री भोला दत्त, उम्र 38 वर्ष को बाघ द्वारा हमला कर मार दिया गया है। उक्त विकास खण्ड क्षेत्र में ही दिनाँक 07-12-2023 को भी बाघ द्वारा एक महिला श्रीमती इन्द्रा देवी पत्नी श्री मोहन चन्द्र बेलवाल, निवासी मलुवाताल (कसैल तोक) को भी घर के समीप ही मार दिया था। ग्रामवासियों के द्वारा यह भी अवगत कराया गया है कि उक्त बाघ द्वारा आज दिनाँक 09-12-2023 के प्रातः भी महिलाओं पर हमला किया गया था, जिससे ग्रामवासियों में दहशत का माहौल है। उक्त दोनों घटनाओं के कारण आम जनमानस में आक्रोश व्याप्त हो रहा है। ग्रामवासी उक्त बाघ को आदमखोर घोषित करने की मांग कर रहे हैं, ऐसा न होने की दशा में कानून एवम् व्यवस्था की स्थिति भी खराब हो सकती है।”

नैनीताल क्षेत्रान्तर्गत बाघ के आतंक की घटनायें निरन्तर बढ़ रही हैं, जिन पर नियन्त्रण / ट्रैकुलाईज/वन विभाग स्तर पर प्रभावी कार्यवाही की नितान्त आवश्यकता है। इस प्रकार की घटनायें दुःखद होने के साथ ही आम जनमानस में असुरक्षा की भावना भी उत्पन्न करती है, जिस कारण कानून एवम् शांति व्यवस्था की भी स्थिति उत्पन्न होती हैं। घटनाओं का संज्ञान लेते हुए वन विभाग स्तर से तत्काल प्रभावी कार्यवाही की जानी आवश्यक है।

अतः क्षेत्र में पिंजरा लगवाया जाना, बाघ की सक्रियता को देखते हुए जनमानस की सुरक्षा के दृष्टिगत बाघ को आदमखोर घोषित किये जाने की कार्यवाही किया जाना, क्षेत्र में वन विभाग के कार्मिकों के अतिरिक्त टीमों की तैनाती किया जाना तथा वन विभाग स्तर से जो भी सुरक्षात्मक कार्यवाही व राहत राशि इत्यादि प्रदान की जानी है, को किया जाना सुनिश्चित करें