22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है विश्व के अनेक देश जल संचय के लिए संकल्प लेते हैं और जल स्रोतों को बचाने का प्रयास करते हैं साफ जल मनुष्य के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है ।
लेकिन जोशीमठ नगर क्षेत्र में कई वार्डों में आज भी लोग दूषित जल पीने को मजबूर हैं प्राकृतिक स्रोतों से मुख्य बाजारों की तरफ पानी के टैंकों के माध्यम से जल पहुंचाया जाता है।
लेकिन उन टैंको में साफ सफाई न होने की वजह से हर दिन दूषित जल बहता रहता है मनोहर बाग निवासी श्रीमती संतोषी देवी रावत ने बताया कि उनके क्षेत्र में लगातार सुबह शाम दूषित जल नलों के माध्यम से पहुंचता है जिससे कई बीमारियां होने की आशंका होती है सिहधार निवासी जगदीश प्रसाद उनियाल ने बताया कि उनके वार्ड में भी कई बार दूषित जल नलों के माध्यम से बहता है और पानी पीने योग्य तक नहीं होता है लाखों की योजना पेयजल लाइनों पर खर्च होने के बाद भी नगर पालिका क्षेत्र में पेयजल लाइनों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है