रिपोर्ट- गिरीश चंदोला

थराली।सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हालांकि राज्य में जीरो टॉलरेंस के लाख दावे कर रहे हैं। किंतु उनके ही विभागीय अधिकारी शायद उनकी इस मंशा पर पलिता लगाने में तुले हुए हैं। इसी तरह के कुछ मामला निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग थराली के कार्यालय से प्रकाश में आ रहा हैं। यहां पर चूना, रंग रोगन के नाम पर विभागीय अधिकारी विभाग को ही चूना लगाने की तैयारीयों में जुटे हुए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार थराली- देवाल- वाण मोटर सड़क पर दीवारों, पत्थरों पैराफिटो आदि पर चूना लगाने का एक कार्य किया जा रहा हैं। कहने को तो इस कार्य को एक ठेकेदार के नाम पर अनुबंध गठित कर किया जाना दिखाने का पूरा प्रयास किया जा रहा हैं। किंतु पर्दे के पीछे मामला कुछ और ही कहानी बयां कर रहा हैं।

जिस तरह से इस कार्य के संपादन में सरकारी गाड़ी के साथ ही विभाग की गैंग के लेबरों को लगाया जा रहा हैं। उससे मामले पर संदेह व्यक्त किया जा रहा हैं। इस मामले में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव विनोद रावत एवं पीसीसी महावीर बिष्ट ने लोनिवि थराली के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि कही ना कही मामले में घपलेबाजी की बूं आ रही हैं। मामले की जन हित में जांच की जानी चाहिए।इधर सूत्रों के अनुसार इस निर्णय खंड के कार्यवाहक अधिशासी अभियंता का इसी महीने की 28 तारीख को रिटायरमैन हैं। उसके बावजूद भी इनके द्वारा थराली-वांण मोटर मार्ग पर चूना लगाने सहित चार अन्य सलैक्सन बांड बनाने के लिए इसी माह 2फरवरी को सहायक अभियंता थराली के द्वारा 5 कार्यों की निविदाएं आमंत्रित करवायी गई हैं। जिसके तहत 8 फरवरी को निविदाएं खुलने की बात कही गई हैं।सब से चौंकाने वाली बात है कि 5 में से 3 निनिविदाएं एक ही ठेकेदार के नाम खोल कर अनुबंध की कार्रवाई भी शुरू की गई हैं।
इस संबंध में पूछे जाने पर कार्यवाहक अधिशासी अभियंता सुशील कुमार गुप्ता ने बताया कि थराली-देवाल-मंदोली-वांण मोटर सड़क पर निपेक्ष मद में निविदा आमंत्रित की गई थी।

इसके लिए ठेकेदार का सलेक्शन बांड बनाया गया है। सरकारी वाहन एवं गैंग लगाने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कार्य को जल्दी पूरा करने के लिए ठेकेदार को यें सुविधा दी गई हैं। साथ ही कहा कि सरकारी वाहन एवं गैंग को लगाने पर विवाद उठाने के बाद से सरकारी वाहन एवं सरकारी गैंग को इस काम से हटा दिया गया हैं।कार्य को 3-4 दिन पहले ही शुरू किया गया है। सूत्रों के अनुसार चूना लगाने सहित पिछले दिनों आमंत्रित निविदाओं पर कई तरह के प्रश्न चिन्ह लगने लगें हैं। बताया तों यह भी जा रहा हैं कि चूना एवं रंग रोगन का सामना लेने के लिए यहां से सरकारी वाहन को देहरादून भेजा गया था।वही से चूना-रंग लाने के साथ ही कुछ लैबर भी वही से लाई गई बताई जा रही हैं।बताया तो यह भी जा रहा हैं कि जिस ठेकेदार के नाम पर 3-3 सलैक्सन बांड बनाएं गऐ हैं।वह लोनिवि के लिए अधिकृत किए गऐ एक प्राईवेट वाहन का चालक भी हैं। ऐसे में तमाम तरह के सवालों का उठना लाजिमी है।

करीब 10 लाख की 5 निविदाएं इतनी जल्दीबाजी में क्यूं आमंत्रित की गई,एक ही ठेकेदार के नाम सलैक्सन बांड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई आदि-आदि पश्नों का उठना स्वभाविक हैं।इस मामले के प्रकाश आने के बाद लोगों का कहना हैं कि जहां एक ओर सरकार के मुख्या जीरो टॉलरेंस की बात प्रत्येक मंच पर कह रहे हैं।वही लोनिवि के अधिकारी खुले आम उनके प्रयासों की धज्जियां उड़ाने पर तुले हुए हैं।

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