एशिया की सबसे लंबी रोपवे जो उत्तराखंड के चमोली जनपद के जोशीमठ औली को जोड़ती है वहां पर 150 फीट की ऊंचाई पर रोपवे प्रबंधक और कर्मचारियों के द्वारा बुधवार को मार्क ड्रिल की गई इसका उद्देश्य यह था कि विशेष परिस्थितियों में सुरक्षा के लिहाज से अगर रोपवे खराब हो जाने पर उसमें सवार पर्यटक किसी संकट में फंस जाते हैं तो उनको किस तरीके से सुरक्षित निकाला जा सकता है उसके लिए यह मार्क ड्रिल की गई हर वर्ष 2 बार पर्यटन विभाग के द्वारा इस तरीके का विशेष परीक्षण किया जाता है।
तस्वीरों में देखिए किस तरीके से रोपवे के दो बड़े बड़े केविन से करमचारी नीचे उतरने का प्रयास कर रहे हैं जो अभ्यास काफी खतरनाक होता है इसके लिए कर्मचारियों को विशेष तौर पर तैयार किया जाता है सुरक्षा की दृष्टि से हो रही मार्क ड्रिल काफी खतरनाक होता है 150 फीट की ऊंचाई काफी खतरनाक होती है यहां से नीचे उतरना बहुत ही खतरनाक हो सकता है