पीलीभीत,
मंदिर से लौट रही व्यापारी की बुजुर्ग महिला को रास्ते में रोक बदमाशों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर लूट लिया। एक वारदात की फर्जी कहानी रचते हुए महिला के जेवरात एक पर्स में रखवाए और फिर उसे लेकर फरार हो गए। जब महिला ने शक होने पर चेक किया तो पर्स में पत्थर निकले। इस वारदात की सूचना मिलने पर एएसपी, सीओ पुलिस बल के साथ पहुंचे और जानकारी जुटाई। सीसीटीवी में अपराधियों की तस्वीर कैद मिलने पर पुलिस छानबीन में जुट गई है। पॉश इलाके में दिनदहाड़े हुई वारदात से हड़कंप मचा रहा।
शहर के मोहल्ला साहूकारा के निवासी व्यापारी पीयूष अग्रवाल पुत्र हरिओम अग्रवाल ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनकी मां गायत्री अग्रवाल दोपहर करीब 12 बजे गोपी जीवन मंदिर से पूजा कर पैदल लौट रही थीं। इस दौरान कुछ अपराधी उनके पीछे लग गए। मोहल्ला साहूकारा में राजा साहब की कोठी के पास पहुंचते ही एक व्यक्ति उनके पास आया और बोला कि साहब बुला रहे हैं।
इस पर वह उसके साथ कुछ दूरी पर मोड़ तक आ गई। वहां पर एक व्यक्ति पहले से खड़ा था। उसने खुद को पुलिसकर्मी बताया और कहा कि कुछ देर पहले एक वृद्धा से बदमाशों ने असलहों के बल पर जेवर लूट लिए थे। ऐसे में सोने की चेन, अंगूठी आदि जेवरात उतारने को कह दिया। इसी दौरान तीसरा व्यक्ति आया तो उससे भी यही बात कही गई।
जिससे मां को बताई गई कहानी पर कुछ विश्वास हो गया। उसके बाद वृद्धा ने अपने जेवर एक पर्स में रख लिए। उसने लिखापढ़ी करने का झांसा देकर जेवर ले लिए। चेक करने के बाद पर्स वापस कर दिया और मां को घर जाने के लिए कह दिया। कुछ कदम चलने के बाद मां ने चेक किया तो पर्स में जेवर गायब थे और पत्थर भरे निकले।
पीछे देखा तो आरोपी भाग चुके थे। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में खलबली मच गई। एएसपी डा. पवित्र मोहन त्रिपाठी, सीओ सिटी सुनील दत्त, कोतवाली पुलिस व एसओजी के साथ पहुंच गए। घटनास्थल के आसपास के प्रतिष्ठानों पर सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए। जिसमें अपराधियों की तस्वीर कैद मिली। जिसकी मदद से अब पुलिस उनकी शिनाख्त करने में जुट गई है।