जिले के प्रभारी सचिव हरबंस सिंह चुघ ने शुक्रवार को क्लेक्ट्रेट सभागार जिले में संचालित विकास कार्यो के साथ-साथ वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए विभागों द्वारा बनाई गई कार्य योजना की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने जिला योजना के अन्तर्गत चालू वित्तीय वर्ष के लिए विभागों को जारी बजट की जानकारी लेते हुए विभिन्न विभागों की कार्ययोजना की विस्तार से जानकारी ली।
प्रभारी सचिव ने कहा कि विभागों को जिला योजना के तहत बजट आवंटन शुरू हो चुका है, इसलिए प्रस्तावित कार्यो को तत्काल प्रारम्भ करना सुनिश्चित करें, ताकि जिला योजना के तहत प्रस्तावित कार्य समय से पूर्ण हो सके और आवंटित बजट का सदुपयोग हो सके। कहा कि अगली बैठक में उनके द्वारा सभी कार्यो की प्रगति समीक्षा की जाएगी। प्रभारी सचिव ने अधिकारियों से पिछले वर्ष के अवशेष धनराशि की जानकारी लेते हुए लोनिवि को शीघ्र कार्य पूरा करते हुए अवशेष धनराशि व्यय करने के निर्देश भी दिए।
जिले में कृषि के तहत सिंचित कृषि भूमि को बढाने पर जोर देते हुए प्रभारी सचिव ने सिंचाई एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को मिलकर ठोस कार्ययोजना के तहत कार्य करने के निर्देश दिए। कहा कि सिंचित क्षेत्रफल को लगातार बढाने हेतु हर साल स्कीम बनाए जाने की आवश्यकता है। प्रभारी सचिव ने प्लास्टिक कूडे को उपयोग में लाने हेतु जिले में प्लांट स्थापित करने पर भी विचार करने की बात कही। कहा कि पीएमजीएसवाई अपनी सड़कों के निर्माण में इस प्लास्टिक वेस्ट को उपयोग में ला रही है और अगर जिले के प्लास्टिक वेस्ट को यही पर रिसाइकिल कर सड़क निर्माण में उपयोग में लाया जाए, तो इसका फायदा मिल सकता है। इस दौरान उन्होंने जिले में विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित कार्यो एवं उनके क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने प्रभारी सचिव को अवगत कराया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में जिला योजना के तहत 44.94 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हुई है, जिसमें से 18.61 करोड़ की धनराशि विभागों को अवमुक्त भी की जा चुकी है। प्रभारी सचिव को जिले में नवाचार के तहत संचालित कार्यो की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जिले 276 हैक्टियर भूमि में टी-गार्डन विकसित किया जा रहा है। वही कोठियालसैंण में पीकलनेट की नर्सरी भी तैयार की गई है। जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में काश्तकारों को डेमस्करोज की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। ग्राम मलारी-जोशीमठ में बद्री नस्ल की गाय से बद्री घी उत्पादन ईकाई भी प्रस्तावित है। जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा के लिए चैनलिंक फैंन्सिग के लिए जिला योजना में बजट का प्राविधान रखा गया है। जलशक्ति अभियान के तहत गैरसैंण ब्लाक में मोथूगाढ़ नदी को पुर्नजीवित करने के लिए 12 रिंचार्ज सेक्टर में रखा गया है तथा इनमें वृहद पौधरोपण के साथ ही जलसंरक्षण की कार्ययोजना भी बनाई गई है।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए ई-लर्निंग की व्यवस्था शुरू की गई है। बच्चों को 12वीं पास करने के बाद उनके मार्ग निर्देशन के लिए कैरियर मार्गदर्शिका भी स्कूलों में उपलब्ध कराई गई है। वही स्नातक पास युवाओं को विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी हेतु जिले में निःशुल्क प्रेरणा कोचिग सेंटर संचालित है। आंगनबाडी केन्द्रों में बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए बचपन प्रोजेक्ट के तहत यूनीक माॅड्यूल तैयार कर बच्चों को बेसिक क्रियाकलापों की जानकारी दी जा रही है। प्रोजेक्ट के तहत सभी आंगनबाडी केन्द्रों में आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराते हुए माॅडल के रूप में विकसित किया जा रहा है। वही मैठाणा में सांइस पार्क तथा जिलासू को आयुर्वेदा विलेज के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव भी जिला योजना में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए टेलिमेडिसन सेवा शुरू करने की प्रक्रिया भी जारी है।
बैठक में विभिन्न विभागीय अधिकारियों ने अपने विभाग से संबधित इनोवेटिव कार्यो की जानकारी देते हुए विभागीय समस्याओं से भी प्रभारी सचिव को अवगत कराया। पीएमजीएवाई के अधिकारी ने बताया कि जिले में महिला मंगलदलों को सड़कों की सफाई, झाडी कटान, नालियों की सफाई आदि देखभाल कार्यो की जिम्मेदारी दी गई है, इसके तहत 8 महिला मंगलदल की 596 महिलाओं को रोजगार दिया गया है। कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले में क्लस्टर आधारित कृषि को बढावा दिया जा रहा है तथा जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए हरबोलिव प्लस दवा का प्रयोग किया जा रहा है। इस दौरान सीएमओ ने जिले में चिकित्सकों तथा मुख्य शिक्षा अधिकारी ने अध्यापकों की कमी से अवगत कराया।
इस अवसर पर सीडीओ हंसादत्त पांडे, संयुक्त मजिस्ट्रेट आकांक्षा वर्मा, एडीएम एमएस बर्निया, डीएफओ अमित कंवर, सीएमओ एके डिमरी, एसडीएम बुशरा अंसारी, एसई लोनिवि जीसी आर्या, सीटीओ वीरेन्द्र कुमार, डीडीओ एसके राॅय सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।