नई टिहरी। गुरु को सर्वोपरि माना जाता है परन्तु जब गुरु ही राक्षस बन जाए तो हम क्या कहेगे, ऐसी एक घटना उत्तराखंड के मशहूर जिले टिहरी में प्रकाश में आई है। यहां राजकीय महाविद्यालय के एक प्रोफसर ने नाबालिग छात्रा के साथ चाकू की नोक पर दुष्कर्म किया। सदमे में आई छात्रा ने इसके बाद जहरीला पदार्थ सेवन कर जान देने की कोशिश की। समय से उपचार मिलने के चलते उसे बचा लिया गया।
घटना टिहरी जिले देवप्रयाग की है। आरोप है कि राजकीय महाविद्यालय चंद्रबदनी नैखरी में तैनात हिंदी के प्रोफेसर डा. गजेंद्र चैहान ने मंगलवार शाम स्थानीय सत्रह वर्षीय छात्रा को बंधक बनाकर हवस का शिकार बनाया। पुलिस ने आरोपित प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश मेरठ के मेडिकल थाना क्षेत्र के शिवशक्ति विहार का निवासी है। बताया जा रहा है की अच्छी जान पहचान होने के चलते छात्रा के पिता ने पुलम फल देने उसे आरोपित के घर भेजा था। पुलम देकर वह लौटने लगी तो प्रोफेसर की नीयत खराब हो गई। उसने छात्रा को कमरे में बंधक बना लिया, चिल्लाने की कोशिश करने पर धमका कर चुप करा दिया। इसके बाद उसने चाकू की नोक पर छात्रा के साथ दुष्कर्म किया।
घटना से सहमी छात्रा ने शर्म के कारण उस वक्त परिजनों को कुछ नहीं बताया। रात को उसने अपने जीजा के फोन पर एक मैसेज भेजकर खुद जहरीला पदार्थ खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जिसके बाद उपचार के बाद छात्रा की हालत में थोढ़ा सुधार होने पर गुरुवार को उसने परिजनों को पूरा घटनाक्रम बताया।
हिंडोलाखाल के थाना प्रभारी धीरजमणि बलूनी ने बताया कि पीड़िता के पिता ने आरोपित के खिलाफ थाने में तहरीर दी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को उसके कमरे से गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता और आरोपी का मेडिकल कराया गया। 36 वर्षीय आरोपित डॉ गजेन्द्र चैहान खिलाफ पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वह शादीशुदा है, उसकी छह माह की बेटी भी है।