देहरादून में ठगी के मामले बढ़ते जा रही है। कई साइबर क्राइम तो कहीं फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीनों की खरीद फरोख्त करके लोगों को ठग लेते हैं. एक मामले में शातिरों ने देहरादून में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लाखों की जमीन बेच दी। पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
देहरादून में एक महिला ने अपनी लाखों रुपये की जमीन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कौडिय़ों के भाव खरीद-फरोख्त करने का पांच व्यक्तियों पर आरोप लगाया है। जांच के बाद रायपुर थाना पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
गोविंद नगर रेसकोर्स निवासी मीरा गोयल ने पुलिस मुख्यालय में दी शिकायत में बताया कि उनकी ब्राह्मणवाला सहस्त्रधारा रोड पर जमीन है। प्लाट की देखभाल करने के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात किया है। 12 अप्रैल 2021 को रेसकोर्स निवासी प्रवीण गोयल कुछ व्यक्तियों के साथ जमीन पर पहुंचा और नपाई करने लगे। इसकी सूचना उन्हें उनके सुरक्षाकर्मी ने दी तो वह मौके पर पहुंच गई। प्रवीण गोयल ने महिला से कहा कि प्लाट को खरीदने की बात चल रही है इसलिए तुरंत प्लाट को खाली करवा दो।
राजस्व कार्यालय में जाकर जब उन्होंने दस्तावेज चेक किए तो पता चला कि मनूगंज खुड़बुड़ा निवासी दीपशिखा ने खुद को एक्सटेल एलएन वूडबरी यूएसए निवासी आशीष भार्गव का मुख्तारेआम होना दर्शाया और प्रवीण गोयल व सौरभ बालियान के पक्ष में प्लाट बेचा बताया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि जमीन की कीमत 93 लाख 15 हजार रुपये है जिसे मात्र 34 लाख रुपये में बेचा गया है। थानाध्यक्ष रायपुर अमरजीत सिंह रावत ने बताया कि मामले में यूएसए निवासी (एनआरआइ) आशीष भार्गव, मनूगंज निवासी दीपशिखा, रेसकोर्स निवासी प्रवीण गोयल आदर्शनगर मेरठ निवासी सौरभ बालियान और सहस्रधारा निवासी विरेंद्र वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।