*श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर इटावा में हू ब हू बनाए जाने के विरोध में ज्ञापन*
*ब्राह्मण समाज महासंघ ने जताया विरोध*
*देहरादून, उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा अपने गृह जनपद में श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर की हू ब हू मंदिर बनाए जाने के विरोध में आज एक दर्जन ब्राह्मण घटक संगठनों के संयुक्त मंच ” ब्राह्मण समाज महासंघ” ने रोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री उत्तराखंड को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी जी के प्रतिनिधि सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।
पत्र में मांग की गई भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग पीठ श्री केदारनाथ मंदिर की हूबहू मंदिर बनाने वालो के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करते हुए मंदिर पर रोक लगाई जाए। ऐसा करना भगवान केदारनाथ जी का अपमान है।
ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने ऐलान किया था, प्रदेश की केबिनेट में इस बात को पारित कराया था कि उत्तराखंड के केदारनाथ समेत चारों धाम के नाम पर देश में कोई भी ट्रस्ट या मंदिर बनाने वालों पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। यह भी उल्लेखनीय है कि दिल्ली के बुराड़ी में भी “श्री केदारनाथ धाम” का शिलान्यास हुआ था। मंदिर बनाने वालों ने श्री केदारनाथ धाम से मिलते जुलते नाम से ट्रस्ट बनाकर चंदा भी लिया था। तब भी इसका तीर्थ, पुरोहित, संतों व स्थानीय लोगों ने पुरजोर विरोध किया था। इसके बाद ही उत्तराखंड सरकार निर्णय लिया था कि उत्तराखंड के चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमनोत्री के नाम से देश में कहीं दूसरा मंदिर या ट्रस्ट नहीं बनेगा। यही नहीं, इन मंदिरों से मिलता जुलता नाम रखने पर भी सख्त एक्शन लिया जाएगा ।
ज्ञापन देने वालों में महासंघ के संरक्षक पंडित लालचंद शर्मा, शशि शर्मा, थानेश्वर उपाध्याय, अध्यक्ष पंडित रामप्रसाद गौतम, महासचिव डॉ.वी.डी.शर्मा, उपाध्यक्ष मनमोहन शर्मा, विधि सचिव सिद्धनाथ उपाध्याय, रामप्रसाद उपाध्याय, सलाहकार पंडित विजेंद्र प्रसाद ममगई, उमाशंकर शर्मा, संगठन मंत्री अवनीश कांत शर्मा, मोहित कुकरेती आदि उपस्थित थे।