जगतगुरु शंकराचार्य जी की छड़ी यात्रा थराली पहुंचने पर बेटालेश्वर मंदिर में भव्य स्वागत किया गया, सनातन धर्म की रक्षा के लिए 2500 सौ साल पहले निकाली गई थी छड़ी यात्रा
स्थान / थराली
रिपोर्ट / गिरीश चंदोला
थराली पहुंची छड़ी यात्रा पंचदश जूना अखाड़ा मायापुरी हरिद्वार से 12 सितंबर को रवाना हुई पवित्र छड़ी यात्रा कर्णप्रयाग के बाद थराली पहुंची
थराली बेतालेश्वर महादेव मंदिर में छड़ी यात्रा के साथ आये साधु समाज के संतों का महंत रजनीशानंद गिरी महाराज ने स्वागत किया गया
जिसके बाद पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना की गई यहां पहुंची छड़ी यात्रा चारो धामों के दर्शनों के उपरांत थराली पहुंची जहां श्रद्धालुओं ने सोशल डिस्टनसिंग के साथ पवित्र छड़ी के दर्शन किये जिसके बाद छड़ी यात्रा बागेश्वर के लिए रवाना हो गयी
जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम गिरी महाराज ने बताया कि जगद्गुरु शंकराचार्य ने 2500 साल पहले ऐतिहासिक छड़ी यात्रा का शुभारंभ सनातन धर्म की रक्षा के लिए किया था लेकिन बीच मे कुछ समय छड़ी यात्रा किन्ही कारणों से बन्द हो गयी थी लेकिन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के विशेष सहयोग से पिछले वर्ष से पवित्र छड़ी यात्रा का दोबारा शुभारंभ किया गया और इस वर्ष कोरोना काल मे सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार ही छड़ी यात्रा विभिन्न पड़ावों से होते हुए बागेश्वर और ततपश्चात वापस मायापुरी हरिद्वार पहुंचेगी उन्होंने कहा कि छड़ी यात्रा का उद्देश्य उत्तराखंड में सनातन धर्म की रक्षा और इसका प्रचार प्रसार करना है