जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बुधवार को बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चमोली से कर्णप्रयाग तक ताबड़तोड छापेमारी करते हुए आॅलवेदर सड़क निर्माण कार्यो और कालेश्वर में रेलवे कार्यो का औचक स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान सोनला में रेडीमिक्स प्लांट तथा कालेश्वर में दो रेडीमिक्स प्लांट में भारी अनियमितताएं एवं मानकों के अनुरूप संचालन नही पाए जाने प्लांट को मौके पर ही प्लांट को सीज किया गया।

सोनला के निकट संचालित रेडीमिक्स कंक्रीट प्लांट (आरएमसी) के निरीक्षण के दौरान पीसीबी की अनुमति न मिलने, प्लांट के चारों ओर वाउंड्री वाल, सीसीटीवी कैमरा, ग्रीन वेल्ट एवं पानी का छिड़काव न पाए जाने पर डीएम ने आरएमसी प्लांट को मौके पर ही सीज करवाया। देवलीबगड में स्टोन क्रैशर के निरीक्षण में प्रतिदिन क्रैश किए गए स्टोन की मात्रा के ंसंबध में सही सही जानकारी न मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए दो दिन में पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि अगर दो दिनों में पूरी जानकारी के साथ सभी व्यवस्थाएं नही की गई तो क्रैशर को हमेशा के लिए सील कर दिया जाएगा। पुरसाडी के निकट संचालित हाॅटमिक्स प्लांट का रिन्यूअल न कराए पर जिलाधिकारी ने तत्काल एचएमटी का रिन्यूवल सुनिश्चित करने को कहा। वही विरही में संचालित हाॅटमिक्स प्लांट में अत्यधिक धुंए की शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी ने एनएच को एक सप्ताह के भीतर हाॅटमिक्स प्लांट बदल कर नया एचएमटी लगाने के निर्देश दिए।

रेलवे द्वारा जिलासू एवं कालेश्वर में बिना अनुमति के दो रेडीमिक्स प्लांट (बैचिंग प्लांट) संचालित करते हुए खनन मैटिरियल का उपयोग करने पर जिलाधिकारी ने दोनों प्लांटों को भी मौके पर ही सीज कराया। खनन अधिकारी ने बताया कि रेलवे ने अभी तक इसकी कोई राॅयल्टी भी जमा नही है। जिस पर जिलाधिकारी ने खनन अधिकारी को उपयोग किए गए मैटिरियल की माप करते हुए जुर्माना वसूलने के निर्देश दिए।

इससे पूर्व जिलाधिकारी ने चमोली, कुहेड, बाजपुर, मैठाणा, नंदप्रयाग, सोनला, कालेश्वर आदि स्थलों पर आॅलवेदर सड़क निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। चमोली चाढे पर वाहनों की आवाजाही के लिए खतरनाक बने सड़क को ठीक करने के लिए जिलाधिकारी ने एनएच को अगले दो दिनों में डीबीएम कराने एवं सुरक्षा के लिए क्रैशबैरियर व पैराफीट लगाने के निर्देश दिए। कुहेड, बाजपुर में सड़क कटिंग से बने स्लाइड जोन के ट्रीटमेंट के लिए प्रपोसल स्वीकृति का इंतजार किए बैगर रिटेनिंग वाल की हाइट बढाने को कहा। निर्देश दिए कि जहाॅ पर भी पहाडी अनस्टेबल हो गई है वहां पर रिटेनिंग वाल बनाकर स्टेबल किया जाए। वही सड़क कटिंग मलवे को नदी में जाने से रोकने के लिए नदी किनारे भी रिटेनिंग वाल बनाने को कहा। नंदप्रयाग में सड़क कटिंग मलवे से नगर पंचायत एवं व्यक्तिगत लोगों की परिसंपत्तियों के नुकसान का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने क्षतिग्रस्त सड़क, रास्ते, पार्क आदि परिसंपत्तियों का पुर्ननिर्माण करते हुए 20 दिसंबर तक मुआवजा वितरण सुनिश्चित करने को कहा। चेतावनी दी की अगर लोगों के घरों, खेतों से तुरंत मलवा नही हटाया गया तो एनएच की सभी मशीने जब्त करते हुए कार्यो पर रोक लगाई जाएगी। वही लंगासू के निकट वैडाणू में एनएच पर बने कलवट के पानी से बरसात के दौरान क्षतिग्रस्त हुए लोगों के खेतों का शीघ्र मुआवजा देने को कहा। यहाॅ पर पुल निर्माण से क्षतिग्रस्त मंदिर की दीवार एवं मंदिर को बचाने के लिए शीघ्र सुरक्षात्मक कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने कालेश्वर के निकट सडक पर हो रहे डीबीएम कार्यो तथा सोनला में कोट कटर मशीन से सड़क निर्माण की गुणवत्ता भी परखी और साइट पर एससीसीपीएल व एचसीसीपीएल की लेब्रोटरी का निरीक्षण भी किया।

जिलाधिकारी ने एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों को जिले में सभी डम्पिंग जोन एवं उसकी क्षमता की पूरी रिपोर्ट भी तलब की है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जो भी कमियां आज के निरीक्षण में सामने आई है उसको दूर करने के बाद ही एनएच को आगे कार्य करने की अनुमति पर विचार किया जाएगा। इस दौरान अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल, एसडीएम कौशतुभ मिश्र, खनन अधिकारी दिनेश कुमार, तहसीलदार सोहन सिंह रांगड, एनएच के प्रोजेक्ट मैनेजर केके शर्मा, एनएच के सहायक अभियंता शंशिकांत मणि आदि मौजूद थे।

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