राज्य में आम आदमी का खेती से मोहभंग हो चुका है। जौनपुर समेत आज भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां लगातार लोग खेती कर रहे हैं लेकिन वहां बंदर के नुकसान पहुंचाने की कोई शिकायत नहीं है।

जिन गांवों में कभी 200 लोग खेती करते थे आज घटकर 15 से 20 रह गई है। खेती छोड़ने के साथ ही लोगों ने फलदार पेड़ों को भी खत्म कर दिया है।उत्तराखंड में इको-टूरिज्म को विकसित कर इसके जरिये दो लाख लोग को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हम इको टूरिज्म के जरिए  बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार से जोड़ सकते हैं इसके लिए कार्य योजना बनाई जा रही है