हल्द्वानी। हल्द्वानी के प्रगति विहार (कुल्यालपुरा) स्थित एक व्यापारी व उसके नौकर समेत तीन लोगों को बंधक बनाकर घर लूटने के सनसनीखेज कांड का पुलिस ने आखिरकार खुलासा कर ही दिया। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि चार लुटेरे अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने पत्रकारों के सामने आज पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि इस वारदात का मास्टरमाइंड पीड़ित व्यापारी सौरभ कौशल का नौकर प्रकाश व दूसरा नौकर रोहिताश ही थे। प्रकाश और रोहिताष ने मिलकर सौरभ कौशल के घर डकैती की योजना तैयार की। योजना तैयार की बाद में रोहिताष छुट्टी लेकर अपने घर चला गया। प्रकाश और उसके साले अजय ने लुटेरों के हाथों बंधक बनने का नाटक किया। पुलिस ने लूटा गया काफी सामान और 55 हजार रुपये भी बरामद कर लिये हैं। इसके अलावा पुलिस ने मामले के खुलासे के साथ आरोपियों पर छह धाराएं और बढ़ा दी हैं। आरोपियों के पास से दो चाकू भी बरामद किया गया है।
बताते चलें कि 15 जून को प्रगति विहार कुल्यालपुरा निवासी सौरभ कौशल जब नौकर के साथ दुकान बंद करके साथ ही लगते अपने घर में गए तो अचानक दो लोगों ने स्वयं को क्राइम ब्रांच से जुड़ा बताते हुए उनके घर में प्रवेश किया। इस दौरान नौकर प्रकाश बाहर था। जबतक वह अंदर आता उसका साले व सौरभ कौशल को लुटेरों ने चाकुओं और तमंचे की नोक पर बंधक बना लिया था। बाद में उन्होंने प्रकाश के हाथ पैर भी बांध दिए और पूरा घर खंगाल डाला। सौरभ ने दावा किया था कि लुटेरे उसके घर से लगभग ढाई लाख रुपये की नगदी व सोने चांदी का सामान ले गए हैं। इस मामले की जांच पड़ताल शुरू हुई तो पुलिस का शक नौकर प्रकाश व उसके साले पर गया। लेकिन शुरु में सौरभ ने यह कहते हुए प्रकाश का बचाव किया कि वह उनके यहां कई सालों से काम कर रहा है और वह बेहद ईमानदार व्यक्ति है।
इसके बावजूद पुलिस ने सौरभ से पूछताछ करना जरूरी समझा। जब प्रकाश कश्यप से पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने सौरभ के घर डकैती की पूरी कहानी पुलिस को सुना दी। उसने इस मामले सौरभ की दुकान के दूसरे नौकर रोहिताश के भी पूरी साजिश में शामिल होने की बात बताई। एसएसपी के अनुसार प्रकाश के साले और राहिताश ने मुरादाबाद के दिनेश से संपर्क किया और फिर लूट की पूरी साजिश तैयार की गई। में अपने साथियों के नाम भी पुलिस के सामने उगल दिए। पुलिस ने प्रकाश कश्यप व उसके साले अजय कश्यप को तुरंत ही गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन उनके साथियों की गिरफ्तारी की प्रतीक्षा की जा रही थी। अंततरू आज रात पुलिस ने बरेली के बजरिया नई बस्ती निवासी नबी हसन व खडकपुर मुरादाबाद निवासी रोहिताश कश्यप को भी दबोच लिया। उनके पास से पुलिस ने 55060 रुपये बरामद भी कर लिए गए हैं। इसके अलावा उनके पास से एक अंगूठी, दो झुमके, एक कमरबंद, सोनाटा कंपनी की लेडीज घड़ी, चांदी के बिछुए, कान की बालियां, दो हार आदि बरामद किए हैं।
एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि फिलहाल चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं और तीन की तलाश की जा रही है। चार फरार आरोपियों में अंकल ऊर्फ गुरूजी, दिनेश जुनैद और समीर शामिल हैं। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए इस कांड में छह नई धाराएं 395, 397, 412, 120बी, 34आईपीसी व 4/25 आम्र्स एक्ट भी जोड़ दी हैं।
एसएसपी के अनुसार दिनेश और रोहिताश की मुलाकात जेल में ही हुई थी। रोहिताश ने दिनेश के साथ मिलकर घटना का फुल प्रूफ प्लान तैयार किया।
एसएसपी ने इस डकैती का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये का नकद ईनाम देने की घोषणा की है। इस टीम में सीओ दिनेश ढौंढियाल, कोतवाल के आर पांडेय, एसओ नंदन सिंह रावत, एसओ दिनेश नाथ महंत, एसओजी प्रभारी दिनेश चंद पंत, उप निरीक्षक एमएस दसौनी, प्रताप नगर कोटि, राजेंद्र कुमार, अजेंद्र प्रसाद, महेश चंद्र जीतेंद्र सौराड़ी, हेड कां. सत्येंद्र चंद्र गंगोला, सर्विलांस प्रभारी कृष्ण चंद्र शर्मा, सिपाही राजेंद्र सती, कुंदन सिंह कठायत, बंशी जोशी, रियाज अहमद, पुष्कर रौतेला व गौरव जोशी आदि शामिल हैं।