देहरादून। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने राजभवन से विकसित भारत संकल्प यात्रा वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जबकि उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने सितारगंज से विकसित भारत संकल्प यात्रा वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
राष्ट्रव्यापी “विकसित भारत संकल्प यात्रा” की आज उत्तराखंड में भी शुरुआत हो गई है। इस यात्रा का उद्देश्य उन लोगों तक पहुंचना है जो सरकारी योजनाओं से वंचित हैं । साथ ही यात्रा का उद्देश्य लोगों में स्वच्छता सुविधाएं, आवश्यक वित्तीय सेवाएं, बिजली कनेक्शन, एलपीजी सिलेंडर, स्वच्छ पेयजल, गरीबों के लिए आवास, खाद्य सुरक्षा, उचित पोषण, स्वास्थ्य योजना इत्यादि जैसी कल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता फैलाना और इनका लाभ वंचितों को प्रदान करवाना है।
उत्तराखंड में जनजातीय आबादी वाले दो जिलों-देहरादून और उधमसिंह नगर में विकसित भारत यात्रा का बुधवार को शुभारंभ किया गया है। जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर माननीय राज्यपाल ने भगवान बिरास मुंडा को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है और यह संकल्प यात्रा 2047 तक विकसित भारत के लिए एक मार्ग का काम करेगी।
झारखंड के खूंटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि भारत की महिलाएं, किसान, युवा और मध्यम वर्ग और गरीब विकसित भारत के चार स्तंभ हैं। उन्होंने झारखंड के लोगों को उनके राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं भी दीं।
उधमसिंहनगर में कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी ने सितारगंज से विकसित भारत संकल्प यात्रा वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह यात्रा समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचेगी ताकि लोग भारत सरकार द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं से अवगत हो सकें। श्री जोशी ने कहा कि यह यात्रा 2047 तक विकसित भारत का मार्ग प्रशस्त करेगी। इस अवसर पर कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।