अभि0 सन्नी नाहर द्वारा बताया कि उसने कनाडा में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में g4s कंपनी में जॉब लगाने के नाम पर सेना से रिटायर लोगों व अन्य लोगों से रुपए ऐंठने का प्लान बनाया तब उसके द्वारा अपने पिताजी, जो कि आर्मी से रिटायरमेंट थे, जिनका स्वर्गवास हो गया है, के जानकारों से संपर्क किया, जिसमें अधिकांश आर्मी के रिटायर सैनिक थे। उनको सिक्योरिटी गार्ड के रूप में कनाडा नौकरी दिलवाने के नाम पर लालच दिया और बताया कि वहां पर आपको ₹ 170000 के लगभग सैलरी मिलेगी। इस लालच में काफी लोग तैयार हो गए और फिर उसने धीरज गुरुंग, अनूप कुमार थापा आदि करीब 30- 35 लोगों से संपर्क किया तथा उनका मूल पासपोर्ट और रिज्यूम व दस्तावेज आईडी आदि ले लिए और नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे ₹100000 की डिमांड की, उक्त डिमांड के ऐवज में उसने इन सभी व्यक्तियों से करीब 35000- 35000 रुपए शुरू में ले लिए थे तथा उन सभी व्यक्तियों का पासपोर्ट , रिज्यूम तथा अन्य दस्तावेज आईडी अपने पास रख लिये। इन सभी लोगों से वह नगद पैसे लिया करता था, इनमें से कुछ लोगों से पैसे उसने अपने एक्सिस बैंक के अकाउंट में भी लिए थे तथा इन पैसों को उसने अपने दूसरे बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक टर्नर रोड के खाते में जमा कर लिया था। अधिकांश लोगों से लिए हुए पैसे उसने इन्हीं खातों में जमा किए हैं, जिसमें करीब साढे चार- पांच लाख रुपये है।
#नाम_व_पता_अभियुक्त
सन्नी नाहर पुत्र स्व0 सूरजमुखी निवासी -ओगलभट्टा, थाना क्लेमेंन टाउन देहरादून, उम्र 30 वर्ष।
#बरामदगी_का_विवरण
1- एक लैपटॉप
2- एक मोबाइल फोन
3-35 पासपोर्ट
4-16 रिज्यूम फॉर्म
5-9 फर्जी वीजा कनाडा व दुबई
6-तीन फर्जी विजा अप्रूवल लेटर
7-21 LMIA फॉर्म
8-अभियुक्त के बैंक खातों में जमा रुपया, जिन्हें फ्रिज कराया गया।
2-बन्द पडी फैक्ट्री से लोहे के सामान की चोरी करने वाले अभियुक्तों को शिकायत प्राप्त होने के 24 के घटें के अन्दर डोईवाला पुलिस ने किया गिरफ्तार
मुख्य अभियुक्त इरशाद द्वारा बताया गया कि मेरी और मुकम्मिल की भानियावाला में कबाडी की दुकान है, जहां हम दोनो मिलकर लगभग पिछले 07 वर्षों से कबाडी का काम कर रहे हैं। भोला गाडी चलाने का काम करता है, जो अक्सर हमारी दुकान से कबाड का माल लेकर जाता था। एक वर्ष पूर्व हमारी मुलाकात केशवपुरी बस्ती निवासी आशीष तथा अर्जुन से हुई, जो हमारी दुकान में अक्सर लोहे का सामान बेचने आते थे। उनके द्वारा हमे बताया गया कि लालतप्पड स्थित बिरला यामाहा फैक्ट्री काफी लम्बे समय से बन्द पडी है, जिसके अन्दर लोहे के बडे-बडे गार्टर व एंगल पडे हैं, जिन्हें हम आसानी से चुराकर बेच सकते हैं। इस पर मैने उक्त फैक्ट्री में पडे गार्टरों व एंगलो को चोरी करने की योजना बनाई तथा उक्त योजना में अपने साथी मुकम्मिल के अलावा आशीष, अर्जुन तथा भोला को भी शामिल किया। योजना के मुताबिक मैने एक गैस कटर की व्यवस्था की। मैं, मुकम्मिल, आशीष और अर्जुन फैक्ट्री में जाकर सामान चोरी करने का काम करते थे और भोला चोरी के माल को अपनी गाडी में ले जाकर बेचने का काम करता है। हम लोग लगभग पिछले एक वर्ष से उक्त बन्द पडी फैक्ट्री के अन्दर गैस कटर की सहायता से गार्टर तथा एंगलो को काटकर उनके छोटे-छोटे टुकडे बनाकर चोरी के माल को ऋषिकेश व अन्य क्षेत्रों में ले जाकर बेच रहे थे।
#नाम_पता_गिरफ्तार_अभियुक्त:-
01ः मौहम्मद इरशाद उर्फ शीशी पुत्र मो0 इलियास निवासी दूधली थाना किरतपुर बिजनौर उ0प्र0, उम्र 33 वर्ष।
02ः मुकम्मिल पुत्र सगीर निवासी: मुसलिम बस्ती, भानियावाला, थाना डोईवाला, उम्र 19 वर्ष।
03ः भोला उर्फ नाटू पुत्र सुरेश निवासी: परशुराम चौक, गोविन्दनगर झुग्गी झोपडी ऋषिकेश, उम्र 25 वर्ष।
04ः स्वप्निल ऋषि, पुत्र स्व0 गुन्जन सिंह, निवासी: काशीपुर, जनपद ऊधमसिंह नगर, उम्र 32 वर्ष।
#बरामदगी:-
01: लोहे के छह फिट के बडे गार्टर-05, 02: लोहे के छोटे-बडे एंगल: 34