उत्तराखंड़ सरकार की एक और योजना अब खूब चर्चित हो चुकी है गौरतलब है कि ये योजना सूबे के उन बच्चों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर रही है जिन्होंने कोविड़ महामारी के दौरान अपने मां- बाप को खो दिया था । ऐसे में प्रदेश सरकार ने ऐसे ही कई बच्चों की आगे की जिंदगी को संवारने का जिम्मा लिया और आज सरकार की इस मुहिम से कई नौनिहाल अपनी खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं, सरकार ने ना सिर्फ उनके लिखने पढ़ने का जिम्मा उठाया साथ ही उनके बेहतर गुजर बसर बल्कि उनके गुजर बसर का भी बेहतर इंतजाम किया है।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बुधवार को मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के जनवरी माह के 5542,फरवरी माह के 5517 और मार्च महीने के करीब 5487 लाभार्थियों की धनराशि उनके अकाउण्ट में ट्रांसफर की। इस योजना में 3 महीने का पैसा एक साथ जारी किया गया है। मंत्री रेखा आर्या ने अपने कैंप कार्यालय से यह धनराशि डीबीटी की। मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि बुधवार को इस साल 1 जनवरी से 31 मार्च तक की धनराशि एक साथ ट्रांसफर की गई है । लाभार्थियों को कुल मिलाकर 4,96,38,000/- रुपए भेजे गए हैं । रेखा आर्या ने बताया कि इस योजना के तहत कोरोना काल में अपने माता-पिता या संरक्षक को गंवा देने वाले बच्चों और किशोरों को उनकी आयु 21 वर्ष पूर्ण होने तक 3000 पर प्रति माह के हिसाब से आर्थिक मदद दी जाती है।
इस योजना के तहत पहले लाभार्थियों की संख्या ज्यादा थी लेकिन हर महीने कुछ लाभार्थी 21 साल से अधिक आयु हो जाने या फिर शादी व अन्य कारणों से योजना से बाहर हो जाते हैं।
इस मौके पर मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों के लिए प्रदेश सरकार की यह योजना वरदान साबित हुई है। इस योजना में लाभार्थियों को ₹3000 महीना आर्थिक मदद के अलावा उनके खाने-पीने के साथ ही शिक्षा की जिम्मेदारी भी सरकार उठाती है।