एनटीपीसी की परियोजना पर श्वेत पत्र की मांग करते हुए
प्रधानमंत्री, भारत सरकार
एनटीपीसी द्वारा निर्माणाधीन तपोवन विष्णुगाड परियोजना के संदर्भ में।
उपरोक्त विषय के संदर्भ में निवेदन है कि तपोवन विष्णुगाड परियोजना, जो कि देश की ऊर्जा जरूरत के लिहाज से एक महत्वाकांक्षी जल विद्युत् परियोजना है का कार्य अपने लक्ष्य से बहुत पीछे चल रहा है। शुरू में लगभग 3 हजार करोड़ की लागत वाली इस परियोजना का कार्य सं सन 2011 में पूर्ण होकर उत्पादन शुरू हो जाना था, किन्तु अभी सन 2018 के मई माह बीत जाने व 6 हजार करोड़ की लागत तक पहुँच जाने के बावजूद इसके पूरे होने के दूर दूर तक आसार नजर नहीं आ रहे हैं। कारण परियोजना हेतु बनाई जा रही मुख्य सुरंग में सन 2011 से ही ना सिर्फ पानी का रिसाव है बल्कि मलवा भी आ रहा है जिससे परियोजना का कार्य लगातार बाधित है।
महोदय , परियोजना की शुरुआत में ही स्थानीय जनता ने इस परियोजना पर आपत्ति एवं आशंका जाहिर की थी, जिसका कारण इस क्षेत्र की कमजोर व अस्थिर भूगर्भिक संरचना को लेकर हमारी चिंताएं थीं। जिसको लेकर पूर्व में भूगर्भ वेत्ताओं ने भी आगाह किया था। खास तौर पर इस परियोजना को लेकर भी जियोलॉजिकल सर्वे आफ इण्डिया ने भी अपनी आशंका जाहिर की थी, जिसका जिक्र परियोजना की ही डी पी आर में था ।
महोदय, इस परियोजना पर देश जनता का गाढ़ी कमाई का पैसा लग रहा है किन्तु परियोजना के पूरे होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे। परियोजना अधिकारियों द्वारा सरकार व आम जनता को लगातार अँधेरे में रखा जा रहा है, क्योंकि परियोजना की मुख्य सुरंग का कार्य लगभग ठप्प है। पूर्व में भी इस परियोजना की समीक्षा हेतु एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन हुआ, जिसकी रिपोर्ट आज तक नहीं आई ।
अतः आपसे मांग है कि –
1 तपोवन विष्णुगाड परियोजना की पुनरसमीक्षा की जाय व परियोजना पर श्वेत पत्र जारी किया जाय।
2 परियोजना के संदर्भ लगातार जनता व सरकार को गुमराह करने वाले अधिकारियों पर सख्त कानूनी कार्यवाही की जाय, जिनकी वजह से जनता के धन की बेवजह लूट जारी जारी है।
3 परियोजना पूर्ण ना होने की स्थिति में प्रभावितों के हितों की रक्षा की जाय व एन टी पी सी द्वारा जनता से किये समझौतों को यथावत रखते हुए पूर्ण किया जाय।