*पुलिस मुख्यालय, उत्तराखण्ड।*

*ADG अपराध एवं कानून व्यवस्था ने मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम और आगामी नागर स्थानीय निकाय सामान्य निर्वाचन के सम्बन्ध में ली गोष्ठी दिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश।*

*वी0 मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड महोदय* ने दोनों परिक्षेत्र, समस्त जनपद प्रभारियों एवं सीओ ऑपरेशन्स के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से राज्य में नशा तस्करी के विरुद्ध प्रचलित अभियान की प्रगति की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि ड्रग्स के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति अपनायें। ड्रग्स का उन्मूलन हमारी सवैंधानिक ही नहीं सामाजिक जिम्मेदारी भी है। सभी जनपद प्रभारी एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के साथ समन्वय करते हुए मादक पदार्थों के विरुद्ध कार्यवाही को निरन्तर आगे बढ़ाएं।

*मादक एवं नशीले पदार्थों के विरुद्ध अभियान में निम्न बिन्दुओं पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये-*

1. जनपदों में ड्रग्स पैडलिंग में लिप्त अपराधियों, उनके सहयोगियों एवं माफियाओं के विरूद्ध NDPS Act की धारा 27 एवं 29, आर्थिक अन्वेषण, PIT NDPS तथा गैंगस्टर एक्ट में त्वरित और अधिक प्रभावी कार्यवाही करते हुए इनके द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गयी सम्पत्ति अधिग्रहण करने की कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाए।

2. रिपीट ऑफेन्स वाले अपराधियों को सख्त सजा दिलवाने हेतु उनके विरुद्ध 31 एनडीपीएस एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही की जाये।

3. मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त पूर्व अपराधियों का सत्यापन कर उनकी वर्तमान गतिविधियों तथा आय के स्रोत की गहनता से जांच कराने हेतु निर्देशित किया गया।

4. स्वयं सेवी एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं से समन्वय स्थापित करते हुए नशे के विरुद्ध थानास्तर पर व्यापक जनजागरुकता अभियान संचालित किये जाएं।

*अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था* द्वारा राज्य में आगामी *”नागर स्थानीय निकाय सामान्य निर्वाचन”* की तैयारियों की भी समीक्षा की गई। *निर्वाचन को त्रुटिरहित एवं पारदर्शिता से सकुशल सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।*

1. पुलिस मुख्यालय द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों के क्रम में राज्य में अब तक लगभग 37 लाख कीमत की 7935 लीटर अवैध शराब और लगभग 8.8 करोड़ कीमत के 217 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ जब्त किये गये हैं। साथ ही निरोधात्मक कार्यवाही में बी.एन.एस.एस. की धारा 126/135 के अन्तर्गत अब तक 970 मामलों में 7321 लोगों का चालान कर 1152 ऐसे असामाजिक तत्वों को पाबन्द किया गया है।

2. समस्त जनपद प्रभारी स्वयं अपने अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों से संवेदनशील एवं अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों का शत-प्रतिशत भ्रमण करा कर तदनुरूप कार्ययोजना तैयार कर लें।

3. जनपदों में स्थापित बैरियरों पर प्रभावी चैकिंग करते हुए वीडियो कवरेज की व्यवस्था हेतु सीसीटीवी सहित अन्य माध्यमों का भी प्रयोग किया जाये।

4. साम्प्रदायिक सौहार्द पर विशेष ध्यान रखें। छोटी से छोटी घटना पर सतर्क दृष्टि रखी जाये। अफवाह फैलाने वाले एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही अमल में लायी जाये।

5. आदर्श आचार संहिता में उल्लिखित निर्देशों के अनुरूप लाइसेंसी शस्त्रों के जमा की कार्यवाही प्रचलित रखी जाये।

6. हिस्ट्रीशीटरों पर सतत निगरानी रखते हुए वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाये।

 

7. जनपद में उपलब्ध पुलिस बल के अनुरूप समय से फोर्स डिप्लॉयमेन्ट प्लान तैयार कर लिया जाये।

समीक्षा गोष्ठी में श्री ए पी अंशुमान, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन / अभिसूचना एवं सुरक्षा, श्री नीलेश आनंद भरणे, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, श्री सेंथिल अब्दई कृष्ण राज. एस, पुलिस उप महानिरीक्षक पी एंड एम/STF, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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