भगवान बद्रीविशाल के कपाट खुलने की तिथि में कोरोनावायरस के चलते परिवर्तन कर दिया गया है भगवान बद्रीविशाल के कपाट 30 अप्रैल को सुबह ठीक 4:30 पर खोले जाने थे लेकिन टिहरी राज दरबार ने इस तिथि को बदलकर भगवान बद्रीविशाल के कपाट खोलने की तिथि 15 मई कर दी है
जिसके बाद कई विद्वानों ने इस पर आपत्ति जताई लेकिन भगवान बद्रीविशाल के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने इन सभी का खंडन करते हुए कहा कि भगवान बद्रीविशाल के कपाट बहुत अच्छे समय पर खुल रहे हैं
उन्होंने कहा कि राजपरिवार ने देश हित में एक बड़ा फैसला लिया है और देश को बचाने के लिए राजा ने जो फैसला लिया था उसका हम स्वागत करते हैं उन्होंने कहा कि 15 मई कोई अशुभ दिन नहीं है साथ ही उन्होंने कहा कि भगवान बद्रीविशाल के कपाट कई बार मई माह में खुल चुके हैं और निरंतर यात्रा उस दौरान चलती रही।
कहा कि मानव जाति को बचाने के लिए जो फैसला राजपरिवार ने लिया है उसका स्वागत करना चाहिए और इस पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए शुभ मुहूर्त में कपाट खुल रहे हैं और भगवान बद्री विशाल का इस बार भव्य श्रृंगार राष्ट्र हित में किया जाएगा और भगवान बद्रीविशाल से प्रार्थना की जाएगी कि विश्वव्यापी इस कोरोनावायरस बीमारी को वह जल्द से जल्द भारत देश से समाप्त कर दें।