जमीन धोखाधड़ी के मामले में सीनियर आर्किटेक्ट सहित 3 अभियुक्तों को दून पुलिस ने किया गिरफ्तार।

देहरादून: थाना राजपुर पर 10 जून को को राकेश बत्ता निवासी 19 महंत रोड लक्ष्मण चौक देहरादून ने तहरीर दी कि गिरीश कोटियाल, दिनेश कुमार अग्रवाल (वरिष्ठ आर्किटेक्ट) व राजीव कुमार नाम के व्यक्ति ने उन्हें राजपुर रोड स्थित एक प्लॉट (677.25 वर्ग मी0 मौजा धौरण खास) में दिखाया. जिसकी कीमत लगभग 5 करोड़ रुपये थी. और बताया कि यह अरशद कय्यूम नाम के व्यक्ति की है जो उनका जानने वाला है तथा वे उससे बात करके उक्त प्लाट की रजिस्ट्री उनके नाम पर करवा देंगे। इस दौरान तीनों आरोपी व्यक्तियों ने अरशद क्य्यूम नाम के व्यक्ति से मुलाकात भी करवाई। राकेश बत्ता ने बताया कि तीनों लोगों द्वारा कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखा देकर उससे एक इकरारनामा बनाया गया और अरशद कय्यूम के नाम पर 55 लाख रुपये खाते में तथा 25 लाख नकद लिए गये।

राकेश बत्ता जब प्लॉट में कब्जा लेने पहुंचा तो वहां पर अरशद कय्यूम नाम का व्यक्ति मौजूद मिला, जिसके द्वारा अपनी प्रॉपर्टी के पेपर दिखाते हुए प्रॉपर्टी को अपना बताया। जिस पर राकेश बत्ता को अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी हुई। पुलिस द्वारा तहरीर के आधार पर थाना राजपुर में मु.अ.सं 132/2024 धारा 419/420/467/468/471/120बी भादवि. पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ कर दी गई।

पुलिस विवेचना के दौरान प्रकाश मे आया कि अभियुक्त गिरीश कोठियाल, दिनेश अग्रवाल, राजीव कुमार व इमाम (फर्जी अरशद क्य्यूम) द्वारा संगठित रुप से षड़यन्त्र के तहत आपराधिक घटना को अंजाम दिया गया तथा बदले में राकेश बत्ता से 2 करोड़ के चैक एवं 80 लाख रुपये प्राप्त कर लिये गये। साक्ष्यो के आधार पर थाना राजपुर पुलिस द्वारा अभियुक्त गिरीश कोठियाल एवं दिनेश अग्रवाल को थाना राजपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया तथा अभियोग में नामजद एक अन्य अभियुक्त राजीव कुमार, जो थाना राजपुर में पंजीकृत मु.अ.सं. 236/2023 धारा 420/467/468/471/120बी भादवि. में भी वांछित चल रहा था, उसे THDC कालोनी देहराखास पटेलनगर देहरादून से गिरफ्तार किया गया। अभियोग में वांछित अभियुक्त इमाम एवं फर्जी अरशद कय्यूम की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर टीमें गठित कर रवाना की गयी है।

अभियुक्तों से पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि धोरण खास में उन्हें एक भूमि की जानकारी मिली थी, जो भदोही उप्र निवासी अरशद कय्यूम के नाम पर थी तथा जिसकी कीमत लगभग 5 करोड़ रुपये थी। उसको बेचकर मोटी कमाई करने के मंशा से अभियुक्तों द्वारा उस प्रॉपर्टी का असली वारिस अरशद कय्यूम के नाम के अन्य व्यक्ति की तलाश की। अभियुक्त दिनेश अग्रवाल के पास एक इमाम नाम का व्यक्ति रहता था जो अपने को सिकरोड़ा भगवानपुर का निवासी बताता था। इमाम ने बताया कि अरशद कय्यूम नाम का व्यक्ति भगवानपुर में रहता है, जिससे वह उनकी बात करवा सकता है। उसके बाद सभी अभियुक्त दिनेश अग्रवाल के घर पर मिले और पूरी योजना से फर्जी अरशद कय्यूम को अवगत कराया।

इसके बाद सभी अभियुक्तों ने फर्जी अरशद कय्यूम की मुलाकात द्रोण होटल में जमीन के खरीददार राकेश बत्ता से कराई तथा राकेश बत्ता को यकीन दिलाया की यही असली अरशद कय्यूम है, फिर अभियुक्तो द्वारा उस प्रॉपर्टी की डील करते हुए उसके एवज में राकेश बत्ता से 80 लाख रुपये नगद व बैंक खातों में व दो करोड के दो चैक लिये गये। वहीं बाकी की रकम रजिस्ट्री के दिन देने की बात तय हुई। पुलिस ने बताया कि अभियुक्त राजीव कुमार के विरुद्ध थाना राजपुर में धोखाधड़ी के दो अभियोग पंजीकृत है, अन्य अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।