मतदाताओं को ईवीएम और वीवीपैट की कार्यप्रणाली के संबध में पूरी जानकारी देने तथा मतदान के दिन इसके उपयोग को आसान बनाने के लिए स्वीप कार्यक्रम के तहत प्रत्येक गांव, तोक मुहल्लों व प्रमुख बाजार, नगर कस्बों में निर्धारित रोस्टर प्लान के अनुसार मास्टर ट्रेनरों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मतदाताओं में इस प्रशिक्षण को लेकर खास उत्साह बना हुआ है। इस कार्यक्रम में वे बढ-चढकर भाग ले रहे है और अपनी शंकाओं का निराकरण कर रहे है। ईवीएम में अपने पंसदीदा उम्मीदवार के सामने का बटन दबाकर वीवीपैट से निकलने वाली पर्ची से उसका मिलान कर मतदाता अपनी संतुष्टि कर रहे है कि जिसकों उन्होंने वोट दिया है वह वोट सही उम्मीदवार के खाते में ही गया है।
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी बीएस रावत ने बताया कि जिले की तीनों विधानसभा में स्वीप कार्यक्रम के तहत ईवीएम और वीवीपैट का प्रशिक्षण 02 जनवरी से शुरू हो गया है। मंगलवार को बद्रीनाथ विधान सभा के दोगडी काण्डई, टंगसा, कठूड, रडुवा, डुंगर, जौरासी, किमोठा, सुनील, मनोहरबाग, डाडौं सेलंग में, थराली विधान सभा के काण्डई, माणखी, चरी, नौना, बनाला, सिलोडी, चिडिंगा तल्ला, गेरूड, बुरसोल, रतगांव तथा कर्णप्रयाग विधानसभा में चैण्डली, ईडाबधाणी, एण्ड, डांडा मज्याडी, पंज्याणा मल्ला, छिमटा आदि गांवों में इ्रवीएम और वीवीपैट की जानकारी दी गई।
बुधवार, 09 जनवरी को बद्रीनाथ विधानसभा के पिलंग, सैकोट, घुडसाल, देवर कनेरी, तोणजी, सलना, मंसोली, गुडम, पैनी, सलूडडुंग्रा, डुंग्रीबरोशी व थराली विधानसभा के तोनला, चोपडाकोट, खुनाणा, गबनी, काफोली, बमियाला, डुंग्री, कैरा तथा कर्णप्रयाग विधानसभा के नगर पालिका क्षेत्र कर्णप्रयाग के वार्डो सहित सारकोट, मैलाणा, मरोडा, सारेंग्वाड में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग ने आगामी चुनावों में सभी मतदान केन्द्रों पर वीवीपैट का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। इस क्रम में गांव कस्बों में मतदाताओं को इसकी जानकारी दी जा रही है। वीवीपैट (वोटर वेरीफाएबल पेपर आॅडिट ट्रेल) व्यवस्था के तहत ईवीएम का बटन दबाने के तुरंत बाद एक पर्ची बनती है। इस पर जिस उम्मीदवार को वोट दिया गया है, उसका नाम और चुनाव चिन्ह् छपता है। यह व्यवस्था इसलिए है कि किसी तरह का विवाद होने पर ईवीएम में पड़े वोट के साथ पर्ची का मिलान किया जा सके।