सीमान्त पालिका मे 15 अगस्त को ध्वजारोहण करेगा कौन
उत्तराखंड मे इस बार निकाय चुनाव का समय पर न होना अनेक सवाल खड़े कर रहा है सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस बार नगरपालिका स्तर पर ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित तो किया गया है पर ध्वजा फहराया कौन ?
दरसल समय पर निकाय चुनाव न होने से पालिकाध्यक्ष पालिकाओ मे नही बैठ पाये है न ही नया बोर्ड गठित हो पाया है अब सवाल यह है कि स्वतंत्रता दिवस के दिन जो कि जनप्रति और आम जनता का दिन माना गया है उस दिन ध्वजारोहण मे कौन शामिल होगा
ध्वजारोहण का मामला इन दिनो जोशीमठ मे चर्चा का विषय बना हुआ है वही पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष लक्ष्मी लाल साह जी ने बताया कि 1982 मे जोशीमठ मे तत्कालीन तहसील जोशीमठ के पटवारी ने ध्वजारोहण किया था उसके बाद जोशीमठ मे आज तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने ध्वजारोहण नही किया है यह सवाल इस लिए महत्वपूर्ण है कि प्रदेश के मुखिया त्रिवेन्द्र सिंह रावत गमशाली मे ध्वजारोहण करने पहुँच रहे है इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी उनकी मेहमान नवाजी मे लग जायेगे तो देश की अंतिम नगर पालिका जोशीमठ मे ध्वजारोहण करेगा कौन वही इस मामले पर नगर पालिका के ईओ सत्यप्रकाश नौटियाल ने बताया कि समय से पहले सभी लोगो से राय लेकर सम्मानित व्यक्ति से ध्वजारोहण कराया जायेगा वही नियमानुसार 15 अगस्त को क्षेत्र के प्रमुख व्यक्ति से ध्वजारोहण कराया जाता है जिसमे नगर मे पालिका अध्यक्ष चयनित है पर इस बार समय से चुनाव न होने के कारण पालिकायो मे नवनिर्वाचित अध्यक्ष नही बैठ पाये है