हरिद्वार
हरकी पैड़ी से अपह्रत 3 साल की मासूम को उत्तर प्रदेश के शामली क्षेत्र से पुलिस ने
किया बरामद,शनिवार उसके स्वजनों को सौंप दिया।
बेटी के सकुशल मिलने पर स्वजन भावुक हो गए और पुलिस को दिल से धन्यवाद दिया।
और इसके साथ ही आरोपित को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। पेशी से पहले आरोपित ने पूछताछ में कुबूल किया था कि उसने भीख मंगवाने के लिए बच्ची का अपहरण किया था।
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान कर रहे गांव मंडी, थाना संभल, जिला संभल निवासी महेंद्र की तीन साल की बेटी ज्योति उर्फ किरण का अपहरण कर लिया गया था।
पुलिस ने क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो एक अधेड़ व्यक्ति मासूम को कंधे पर बैठाकर ले जाता दिखा था।
महेंद्र की शिकायत पर अपहरण का मुकदमा दर्ज करने के बाद एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने शहर कोतवाल कुंदन सिंह राणा के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया था।
पुलिस टीम ने हरकी पैड़ी से लेकर बस अड्डे तक सीसीटीवी खंगाले तो अधेड़ व्यक्ति शामली जाने वाली बस में बैठता नजर आया। फुटेज का मिलान करने पर वह बस फिर टैंपो में सवार होकर शामली में उतरता दिखा। तब एक पुलिस टीम ने शामली के थाना बाबरी की बनतीखेड़ा पुलिस चौकी पहुंचकर लोकल पुलिस की मदद से आरोपित सुरेंद्र निवासी हाथी करौंदा के घर दबिश दी।
टीम ने आरोपित को गिरफ्तार कर बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया। आरोपित को हरिद्वार लाकर शनिवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। बच्ची को सकुशल पाकर स्वजनों की आंखें खुशी से छलक उठीं। उन्होंने एसएसपी को धन्यवाद देते हुए हरिद्वार पुलिस की सराहना की।
वहीं एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बच्ची के सकुशल मिलने और आरोपित को गिरफ्तार करने पर शहर कोतवाल कुंदन सिंह राणा सहित पूरी टीम को शाबाशी दी है।
हरिद्वार पुलिस की टीम ने बनतीखेड़ा पुलिस चौकी में संदिग्ध की फोटो दिखाई। फोटो देखते ही लोकल पुलिस ने उसे पहचान लिया। दरअसल, सुरेंद्र और उसकी पत्नी में पिछले माह कई बार मारपीट हुई। पत्नी की शिकायत पर सुरेंद्र को पुलिस उसके घर से उठाकर लाई थी। इसलिए फोटो देखते ही लोकल पुलिस हरिद्वार पुलिस टीम को सीधे सुरेंद्र के घर लेकर पहुंच गई। वहां बच्ची उनके पास मिली तो आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
घर पर बच्ची की हालत दयनीय थी,और बच्ची को भीख मांगने के लिए तैयार किया जाना था। पुलिस को आता देख बच्ची जोर जोर से रो पड़ी। वहीं पुलिस को घर के अंदर घुसते देख भौंचक्के सुरेंद्र ने हड़बड़ाहट में भागने का प्रयास किया। परंतु पुलिस ने भागने से पहले ही पकड़ लिया।
हालांकि बच्ची के परिजन बच्ची के मिल जाने के बाद धन्यवाद करते नहीं थक रहे हैं।