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पठानकोट बम ब्लास्ट के आतंकी साजिशकर्ता को शरण देने वाले चार आरोपियों को उत्तराखंड एसटीएफ ने किया गिरफ्तार।

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रुद्रपुर।

पंजाब के पठानकोट बम ब्लास्ट के आतंकी साजिशकर्ता को शरण देने वाले चार आरोपियों को उत्तराखंड एसटीएफ ने किया गिरफ्तार।

पंजाब के तीन शहर नवाशहर , पठानकोट व लुधियाना में हुए आतंकी विस्फोट की घटनाओं के मामले में एसटीएफ ने जनपद के 4 लोगो को गिरफ्तार किया है। टीम को गोपनीय इनपुट मिला था कि पंजाब में ब्लास्ट का साजिशकर्ता सुखप्रीत उर्फ सुख उत्तराखण्ड के उधम सिंह नगर में है। जिसके बाद एसटीएफ सहित जनपद की पुलिस को लगाया गया। कल देर रात एसटीएफ कुमाऊ यूनिट ने बाज़पुर से साजिशकर्ता को शरण देने के मामले में शमशेर सिंह उर्फ शेरा उर्फ साबी व उसके भाई हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी , अजमेर सिंह उर्फ लाड़ी मण्ड तथा गुरपाल सिंह उर्फ गुर्री ढिल्लों को गिरफ्तार किया है। डीआईजी-एसएसपी ने बताया कि बीती रात एसटीएफ की टीम ने दंबिश देकर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके कब्जे से एक 32बोर की पिस्टल व फोड फिगो कार संख्या डीएल-12सीबी1269 को भी बरामद कर खुलासा कर दिया है

पूछताछ में आरोपियो ने पंजाब में आतंकी बम ब्लास्ट के आरोपी सुखप्रीत उर्फ सुख को अपने घर में शरण देकर। लाने ले जाने के लिये उपरोक्त कार का प्रयोग करने की बात कबूल की है। पकड़े गये चारों व्यक्ति कनाडा ऑस्ट्रेलिया , सरबिया से इन्टरनेट / व्हाट्सअप कॉल से जुड़े थे।

जिन्हें इन्ही कॉलो के माध्यम से विदेशों से संचालित किया जा रहा था । फरार आरोपी सुखप्रीत उर्फ सुख के भी इन्टरनेशनल कॉल्स के सम्पर्क में होने की पुष्टि हुयी है । पकड़े गये चारों व्यक्तियों के खिलाफ आतंकी सुखप्रीत उर्फ सुखी को अपने घर में संश्रय ( शरण ) देना और मदद करना तथा साजिश के तहत safe hideout पर भेजने की व्यवस्था कराने के अपराध के सम्बन्ध में एक मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया जा रहा है। फरार आतंकी सुखप्रीत उर्फ सुख तथा उपरोक्त गिरफ्तार आरोपीगण कनाडा निवासी अर्श जो कि KHALISTAN TIGER FORCE ( KTF ) से जुड़ा है और इन्टरनेट / व्हाट्सअप कॉलिंग के माध्यम से सम्पर्क में थे । इन लोगों को अर्श के द्वारा ही संचालित किये जाने की पुष्टि हुयी है । अभियुक्तों से प्राप्त जानकारी को विभिन्न राष्ट्रीय ऐजेन्सियों एवं राज्य पुलिस से साझा किया जा रहा है तथा राष्ट्र हित को देखते हुये अन्य जानकारी गोपनीय रखा गया है।

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