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कोरोनावायरस के खतरे के चलते ऑनलाइन पढ़ाई जारी

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लाॅकडाउन में जनपद चमोली के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए आॅनलाइन पढाई वरदान साबित हो रही है। आॅनलाइन पढाई में विद्यार्थी अधिक रूचि दिखा रहे है और सरलता के साथ पढाए जा रहे टाॅपिक को समझ भी रहे है। इसका खुलासा आॅनलाइन शिक्षण कार्य के 15 दिन बाद विद्यार्थियों की परीक्षा का मूल्यांकन करने पर हुआ। परीक्षा में 92 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों ने सभी प्रश्नों के सही उत्तर दिए।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की पहल पर लाॅकडाउन में चमोली जिले के सभी सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए आॅनलाइन और आफलाईन पढाई की व्यवस्था बनाई गई। इसमें विशेषकर 9, 10 तथा 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों पर फोकस किया गया। इन विद्यार्थियों के वाॅटसेएप गु्रप बनाए गए। जिन क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या थी वहाॅ पर विद्यार्थियों को नोट्स उपलब्ध कराए गए। विद्यार्थियों पर आॅनलाईन पढाई का बोझ ना पडे इसके लिए केवल दो मुख्य विषयों में ही आॅनलाईन पढाई शुरू की गई। दो सप्ताह के बाद टेस्ट लेकर मूल्यांकन किया गया। जिसका परिणाम उम्मीद से भी अधिक बेहतर देखने को मिला। आॅनलाईन पढाई को लेकर जहाॅ विद्यार्थियों ने अधिक रूचि दिखाई है वही इसके परिणामों को देखकर शिक्षक भी खासे उत्साहित है।

आॅनलाईन शिक्षण कार्यो के ठीक ढंग से संचालन को लेकर जिलाधिकारी ने ब्लाक एवं जिला स्तर पर उच्चस्तरीय माॅनिटरिंग कमेटी बनाई है। कमेटी में मुख्य शिक्षा अधिकारी एलएम चमोला, जिला शिक्षा अधिकारी आशुतोष भण्डारी, सभी ब्लाकों के खंड शिक्षा अधिकारी सहित विशेषज्ञ शिक्षक एपी डिमरी आदि को रखा गया है। माॅनिटरिंग कमेटी को आॅनलाईन शिक्षण कार्यो की निगरानी के अलावा संबधित विषयों के प्रश्नपत्र तैयार कर प्रत्येक 15 दिनों में विद्यार्थियों की परीक्षा लेकर मूल्यांकन करने के निर्देश दिए गए है, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता को परख कर इसको और बेहतर ढंग से संचालित किया जा सके।

रविवार को 9वीं कक्षा के विद्यार्थियों को पढाए जा रहे विषय अंग्रेजी व सामाजिक विज्ञान, 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों का गणित व विज्ञान और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों का अंग्रेजी, अर्थशास्त्र व भौतिक विज्ञान विषयों में टेस्ट लेकर इसका मूल्यांकन किया गया। माॅनिटरिंग कमेटी ने सुबह ठीक 9 बजे टेस्ट पेपर सभी स्कूल के प्रधानाचार्यो को वाॅटसेएप किए। प्रधानाचार्यो ने अध्यापकों को और अध्यापकों ने ठीक 9ः30 बजे विद्यार्थियों के वाटसेएप गु्रप में प्रश्न पत्र डालकर परीक्षा शुरू की। दूसरा टेस्ट पेपर 10ः30 बजे भेजा गया। दोनों विषयों में एक-एक घंटे का टेस्ट लिया गया। टेस्ट की समाप्ति के बाद वाटसेएप गु्रप में ही विद्यार्थियों से उत्तर पुस्तिका ली गई और इसका मूल्यांकन किया गया। मूल्यांकन के बाद आॅनलाईन पढाई के चैंकाने वाले परिणाम सामने आए। परीक्षा में 92 प्रतिशत से अधिक बच्चों ने सभी प्रश्नों के सही उत्तर लिखे। परीक्षा के अच्छे परिणामों को देखकर माॅनिटरिंग कमेटी एवं शिक्षक भी खासे उत्साहित है। जिले में माध्यमिक शिक्षा के 206 सरकारी एवं 34 अशासकीय मान्यता प्राप्त विद्यालय है। इनमें कक्षा 10वीं में लगभग 8230 तथा कक्षा 12वीं में 6391 विद्यार्थी पंजीकृत है। इसके अलावा कक्षा 6 से लेकर कक्षा 9 और 11वीं के बच्चे भी आॅनलाईन पढाई का फायदा ले रहे है।

लाॅकडाउन के चलते स्कूल बंद होने से विद्यार्थियों की पढाई बाधित हो रही थी। जिसको गम्भीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने बच्चों को आॅनलाईन और आॅफलाईन दोनो तरीके से पढाने की व्यवस्था बनाई। जिन विद्यार्थियों के पास आॅनलाइन सुविधा थी उन्हें आॅडियो, वीडियों क्लीप के माध्यम से मुख्य विषय पढाये जा रहे है और जिन विद्यार्थियों के पास नेटवर्क की सुविधा नही है उनको नोट्स के माध्यम से पढाया जा रहा है और इसका टेस्ट भी लिया जा रहा है। लाॅकडाउन में अपने बच्चों को घर ही पढते देख अभिभावक भी बेहद खुश है और जिलाधिकारी की इस पहल की खूब सराहना भी कर रहे है।

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