Home उत्तराखण्ड पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान जानें क्या है इसका कारण

पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान जानें क्या है इसका कारण

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ऋषिकेश। कहने को तो ऋषिकेश ड्राई जॉन (शराब प्रतिबंधित क्षेत्र) है। लेकिन जब भी योगा स्कूल के छात्रों के द्वारा जब भी गंगा तट पर सफाई अभियान चलाया जाता है तो वहाँ पर खाली शराब की बोतलों का जखीरा मिलता है। ड्राई जॉन में शराब की खाली बोतलों का जखीरा बरामद होना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करता है।
ऋषिकेश में हर रविवार को योगा स्कूल के छात्र व छात्रों के द्वारा गंगा तट पर सफाई अभियान चलाया जाता है। लेकिन अब जब भी योगा स्कूल के छात्र व छात्रा गंगा तट पर सफाई अभियान चलते है तो उन्हें गंगा तट पर शराब की खाली बोतले बरामद होती हैं। जब ऋषिकेश शराब प्रतिबंधित क्षेत्र है तो यहां गंगा के तटों पर शराब की खाली बोतलें कहाँ से आ रही है। गंगा किनारे कौन शराब परोस रहा है। इस बार बोट स्टैण्ड के पास सफाई अभियान चलाया गया जहां से भी शराब की खाली बोतलों का जखीरा बरामद हुआ है।
ऋषिकेश में गंगा किनारे शराब की खाली बोतलों के बरामद होने से इस बात पर मोहर लग जाती है के धर्मनगरी ऋषिकेश में शराब की तस्करी खुलेआम हो रही है। यहां यह कहना भी गलत नहीं होगा कि ऋषिकेश में शराब की तस्करी पुलिस की मिलीभगत से हो रही है। क्योंकि जब हर बार गंगा किनारे से शराब की खाली बोतलें बरामद हो रही है तो पुलिस यह क्यो पता नहीं लगा रही है कि ये शराब कहाँ से आ रही है।

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